रिपोर्ट से क्लीयर होगा, जमीन किसकी

Tuesday, Feb 18, 2020 - 11:09 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र): चंडीगढ़ प्रशासन व मोहाली के रैवेन्यू विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को सैक्टर-63 में सी.एच.बी. की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर चैकिंग की। इस दौरान सी.एच.बी. के अधिकारी भी उपस्थित थे। अब दोनों विभागों द्वारा फाइनल रिपोर्ट दी जाएगी कि आखिरकार ये जमीन किसके अंदर पड़ती है। इसके लिए डिमार्केशन भी करवाया जाएगा।

 

बताया जा रहा है कि सैक्टर-63 में ग्रीन बैल्ट की खाली पड़ी जगह को मोहाली ने अपना बताकर पक्की पार्किंग बनाने के लिए निर्माण कार्य शुरू करा दिया था। जानकारी मिलने पर चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने डी.सी. ऑफिस को इस संबंध में शिकायत भेजी थी।  इसके बाद वहां पर निर्माण कार्य रुकवा दिया गया था। 

 

इस सीमा विवाद के बाद ही यहां की चैकिंग क रवाने का फैसला लिया गया था। इस मामले को लेकर बीते दिनों मोहाली और चंडीगढ़ के डी.सी. की अध्यक्षता में सभी अधिकारियों की बैठक हुई थी। बैठक में चंडीगढ़ की तरफ  से कहा गया कि मोहाली जिस जमीन पर पार्किंग बना रहा है, वह जमीन चंडीगढ़ प्रशासन की है। 

 

जमीन की डिमार्केशन करवाई जाएगी
बोर्ड के चेयरमैन अजोय कुमार सिन्हा ने बताया कि सोमवार को उनके अधिक ारी चैक करके आए हैं। अब इस जमीन का डिमार्केेशन करवाया जाएगा। उसकी जो भी रिपोर्ट आएगी, उससे क्लीयर हो जाएगा कि ये जमीन किसके अंडर आती है। चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड ने इस मसले के बाद यू.टी. के चीफ  इंजीनियर मुकेश आनंद को भी एक पत्र लिखकर अवगत करवाया था। 

 

मोहाली ने दीवार खड़ी कर काम शुरू किया था
मोहाली नगर निगम की तरफ  से यह निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। वहां पर एक दीवार खड़ी कर उस जमीन को चंडीगढ़ से अलग करने की कोशिश की गई और फिर वहां पर सीमैंट, ईंट और बजरी गिराकर पक्की पार्किंग बनाने का काम शुरू कर दिया गया था। सैक्टर-63 के फ्लैट्स में रहने वाले लोगों की तरफ  से ही पहले चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड को शिकायत भेजी गई थी, जिसके आधार पर डी.सी. ने पुलिस टीम भेजी और फिर निर्माण कार्य को रुकवाया गया था। 


 

pooja verma

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