6 महीने में ही निगम ने किए हाथ खड़े, गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट चलाने के लिए अब तलाशेगा नई कंपनी

Monday, Dec 07, 2020 - 09:52 PM (IST)

चंडीगढ़, (राजिंद्र शर्मा): चंडीगढ़ नगर निगम ने बमुश्किल 6 महीने पहले ही जे.पी. ग्रुप से गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट को टेकओवर किया था। तब निगम ने दावा किया था कि वह खुद इस प्लांट को बेहतर ढंग से चलाएगा लेकिन अब निगम ने हाथ खड़े कर दिए हैं। निगम अब इसे चलाने के लिए नई कंपनी की तलाश कर रहा है। निगम ने प्लांट को टेकओवर तो कर लिया लेकिन इसमें कुछ सुधार नहीं हुआ। प्लांट में निगम भी अपनी क्षमता के अनुसार कचरे को प्रोसैस नहीं कर पा रहा है, जिसका प्रमुख कारण इसकी मशीनरी का पुराना होना है। यही कारण है कि डड्डूमाजरा के स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि डंपिंग ग्राऊंड में ही बाकी कचरा गिराया जा रहा है, जो कॉलोनी में कई तरह की बीमारियों को जन्म दे रहा है। 

 


नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के पैनल ने किया दौरा
इस संबंध में निगम के एक अधिकारी ने बताया कि वह इच्छुक एजैंसियों से एक्सप्रैशन ऑफ इंटरैस्ट मांगने जा रहे हैं। वह प्लांट में अपनी मशीनरी लगाएंगे और खुद ही इसे चलाएंगे। इसे लेकर वह निगम हाऊ    स की मीटिंग में भी इस संबंधित एक प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जस्टिस प्रीतम पाल के नेतृत्व में नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के पैनल ने भी सोमवार को प्रोसैसिंग प्लांट, तीन वेस्ट रिकवरी सैंटरों और अन्य जगहों का दौरा किया। प्रोसैसिंग प्लांट की कंडीशन देखने के बाद ही पैनल ने इसकी स्थिति सुधारने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद ही उन्होंने इस संबंध में फैसला लिया है। 


पहले से भी कम प्रोसैस हो रहा कचरा
निगम के अनुसार शहर से 470 मीट्रिक टन के करीब कचरा निकलता है, जिसमें से जे.पी. ग्रुप की तरफ से 120 मीट्रिक टन ही प्रोसैस किया जा रहा था। निगम के टेकओवर करने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। यहां तक कि पहले से भी कम क्षमता से कचरे की प्रोसैसिंग के आरोप लग रहे हैं। इस संबंधित लोगों की भी शिकायतें आ रही हैं। बाकी बचे कचरे को सामने डंपिंग ग्राऊंड में फैंका जा रहा है, जिसके चलते एरिया में बदबू व स्थानीय लोगों में बीमारियां बढऩे की भी शिकायतें आ रही हैं। 


जून में किया था टेकओवर
बता दें कि निगम ने जून में गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट को टेकओवर कर लिया था और तब से ही निगम इसे चला रहा है। वर्ष 2005 में निगम ने जे.पी. ग्रुप के साथ यहां पर गारबेज प्रोसैसिंग प्लांट लगाने के लिए एग्रीमैंट साइन किया था लेकिन इस साल की शुरूआत में निगम ने इसे टेकओवर करने का फैसला लिया था। निगम हाऊस की मीटिंग में इस संबंधित ये कहते हुए फैसला लिया गया था कि प्लांट में उसकी क्षमता के मुताबिक कचरे को प्रोसैस नहीं किया जा रहा है, जिससे निगम को ही यहां पर काम करना चाहिए। 
 

ashwani

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