बिजली की नंगी तारें बन सकती हैं हादसे का सबब

Monday, Jul 17, 2017 - 01:56 PM (IST)

पंचकूला(आशीष) : रोड क्रॉस करते समय स्ट्रीट लाइट के खंभे से टच होने से बच्चे की मौत हुए अभी एक माह पूरा नहीं हुआ कि निगम के अफसर फिर किसी हादसे के इंतजार में हैं। एक माह पहले ही 15 साल के दीपक की खंभे में आए कंरट से मौत हो गई। 

 

हालांकि लापरवाह निगम अफसरों द्वारा उस बिजली के खंभे को जरूर ठीक करवा दिया था जिससे बच्चे को करंट लगा। वो इसलिए क्योंकि उन पर किसी तरह का ब्लेम न लग पाए। लेकिन अभी भी शहर मे ऐसे खंभे हैं जहां पर बिजली की तारें बिल्कुल बाहर निकली पड़ी हैं। कई सड़कों के किनारे पेड़ों की टहनियां और झाडिय़ां सड़क से लग रही है। जो कभी भी हादसे का कारण बन सकती है।   

 

ग्रिल से ऊंची झाडिय़ां :
शहर कई सड़कों के किनारे ग्रिल से ऊंची झाडिय़ां लगी हुई हैं। सड़क के दोनों किनारे पर एक तरफ से देखना भी मुश्किल है जो कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। अक्सर दिन के समय कई लोग साइकिल लेकर सड़क के बीच में से पार करते आम देखे जा सकते हैं। कई सड़कों पर झाडिय़ां सड़क तक फैल चुकी हैं।   

 

अंधेरे में सफर करते हैं लोग :
कहीं करंट भरे स्ट्रीट लाइट के खंभे तो कहीं सड़कों पर गड्ढे होने से हो रहे हादसे। इतना ही नहीं हालात इससे भी ज्यादा बिगड़े हुए हैं, रात के समय ट्राईसिटी में आने वाले इस पंचकूला शहर में लोग अंधेरे में सड़कों पर निकलते हैं। ऐसे कई चौक है जहां रात को स्ट्रीट लाइट ही नहीं जलाई जाती। इसमें कुछ हिस्सा हुडा के अधीन भी है तो कुछ एन.एच.ए.आई. का भी हिस्सा है जहां रात को हाईवे पर अंधेरा रहता है। 

 

पेड़ों की टहनियों ने बिजली के खंभे को ढका :
शहर के कई जगहों पर पेड़ों की टहनियां इतनी बढ़ चुकी है कि साथ लगते बिजली के खंभे को पूरा कवर कर लिया है। जिस कारण रात के समय लाइट की व्यवस्था भी ठीक नहीं होती है। हुडा और नगर निगम के अधिकारियों को रख-रखाव की ओर ध्यान न होने के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे है। मौत के बाद भी रूट पर कई खंभे हादसों को न्यौता दे रहे हैं। सैक्टर-11/14 डिवाइडिंग रूट पर 25 से ज्यादा स्ट्रीट लाइट के खंभे लगे हुए हैं। इनमें 12 से ज्यादा ऐसे हैं, जिनमें से बिजली की तारें बाहर हैं। जिनकी चपेट में कोई भी आ सकता है। 
 

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