पैंशन लागू करते समय आय की शर्त रखने की बात बेबुनियाद: अभय चौटाला

punjabkesari.in Thursday, Aug 11, 2022 - 08:04 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): इनैलो विधायक अभय चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा बुजुर्गों की पैंशन काटने पर के मुद्दे पर कहा बुढ़ापा सम्मान पैंशन स्व. देवी लाल ने शुरू की थी और मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयान कि पैंशन लागू करते समय आय की शर्त रखी गई थी, बिल्कुल बेबुनियाद है। उन्होंने बताया कि इस पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया था लेकिन भाजपा सरकार ने पोल खुलने के डर से उसे निरस्त कर दिया। जिन लोगों ने देवी लाल के नाम पर वोट लिए और आज सरकार में मंत्री हैं, उन्होंने पैंशन काटने पर एक शब्द भी नहीं कहा क्योंकि उन्हें डर था कि उनका मंत्री पद चला जाएगा। 25 सितम्बर को सम्मान दिवस रैली में बुढ़ापा पैंशन काटे जाने पर बड़ा फैसला लेंगे और सरकार को पैंशन बहाल करने के लिए मजबूर करेंगे। वह आज पार्टी प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। 

 


उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस पर खुल कर चर्चा की लेकिन सरकार की तरफ से कोई पुख्ता जवाब नहीं मिला। 2019 में मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर विस्तार से विवरण दिया था कि नशे के कारोबार में कौन लोग शामिल हैं और उनको किसका संरक्षण है लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया। विधायकों समेत 416 लोगों को पुलिस सुरक्षा दिए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने लोगों को वी.आई.पी. बनाने और अपराधी किस्म के लोगों को सुरक्षा दे रखी है। इनैलो नेता ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भाजपा का एजैंट बताया और कहा कि इसका एक ताजा उदाहरण बहादुरगढ़ के नगर निगम के उपाध्यक्ष के चुनाव में देखने को मिला जहां भाजपा के कहने पर भूपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस के 5 पार्षदों के वोट भाजपा के उम्मीदवार को दिलवाए। विधानसभा में भाजपा गठबंधन सरकार जन संसाधन, पुलिस अमैंडमैंट जैसे बिल लेकर आई जो जनविरोधी थे जिनको हमारे विरोध के बाद वापस लेना पड़ा।

 


सिरसा उपायुक्त को दिए गए 50 हजार झंडे राशन डिपो के माध्यम से जबरदस्ती बेचे जा रहे 
उन्होंने कहा कि सभी चाहते हैं कि आजादी का जश्न मनाए, हमने भी 50 हजार झंडे सिरसा के उपायुक्त को दिए लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार उन्हीं झंडों को राशन डिपो के माध्यम से गरीब लोगों को 25 रुपए में जबरदस्ती बेच रही है। अगर कोई झंडा लेने से मना करता है तो उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा। झंडे में लगने वाले डंडे के लिए आरा मशीन संचालकों से 2 हजार से 5 हजार रुपए जबरदस्ती लिए जा रहे हैं। वहीं, अभय चौटाला ने पार्टी कार्यालय में सेवा सिंह रापडिय़ा द्वारा हरियाणवी भाषा में लिखी ‘हरियाणवी मखौल’ नामक शीर्षक का लोकार्पण किया।  


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News Editor

Ajay Chandigarh

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