मुख्यमंत्री ने किया शिक्षा विभाग में बड़े स्तर पर भर्ती का ऐलान
punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2023 - 08:27 PM (IST)

चंडीगढ़,(हरिश्चंद्र): मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्यभर के सरकारी स्कूलों में विद्याॢथयों को मानक शिक्षा देने के लिए मानव संसाधन के विस्तार के अंतर्गत शिक्षा विभाग में बड़े स्तर पर भर्ती मुहिम शुरू करने का ऐलान किया है। अध्यापक दिवस के अवसर पर मोगा में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह के दौरान 80 अध्यापकों को सम्मानित करने से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए मान ने कहा कि शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं, जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पंजाब को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के तहत पंजाब सरकार ने शिक्षा विभाग में बड़े स्तर पर भर्ती मुहिम चलाने का फैसला लिया है। इसके तहत बड़ी संख्या में सफाई, कर्मचारियों, चौकीदारों और सुरक्षा गार्डों समेत कई पद भरे जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द ही स्कूल ऑफ एमिनैंस की शुरूआत कर पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा क्रांति के नए युग का आधार बांधा जाएगा। इन स्कूलों की स्थापना के लिए 68 करोड़ रुपए जारी कर दिए गए हैं और पहला स्कूल ऑफ एमिनैंस 13 सितम्बर को लोगों को समॢपत किया जाएगा। यह अत्याधुनिक स्कूल विद्याॢथयों को मानक शिक्षा मुहैया करने के लिए एक प्रेरक के तौर पर काम करेंगे। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में स्कूलों की कायाकल्प के लिए स्कूलों के 10,000 क्लास रूमों को नया रूप दिया जाएगा। इन क्लासरूमों में नई तरह का फर्नीचर दिया जाएगा, जिससे अध्यापक हरेक विद्यार्थी की कारगुजारी को ध्यान से देख सकें। इसके अलावा राज्य में 1000 नए क्लासरूमों का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में शिक्षा प्रणाली को व्यापक स्तर पर सुधारने पर सबसे अधिक ध्यान दे रही है। राज्य सरकार स्कूलों के पिं्रसीपलों और अध्यापकों को देश और विदेश की प्रसिद्ध शिक्षण संस्थाओं में प्रशिक्षण के लिए भेज रही है, जिससे वह अध्यापन की आधुनिक तकनीकें सीख सकें। इसका मकसद यह सुनिश्चित बनाना है कि शिक्षा क्षेत्र में विश्वभर में चल रही आधुनिक कवायदों के बारे में अध्यापक अवगत हो सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के विद्याॢथयों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने के लिए उन्हें इसरो और अन्य संस्थाओं में भेजा जा रहा है। इससे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी कॉन्वैंट स्कूलों में पढ़ रहे अपने साथियों का मुकाबला करने के योग्य होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के इतिहास में पहली बार सरकारी स्कूलों में अभिभावक-अध्यापक मिलनी करवाई गई। इसमें 19 लाख से अधिक अभिभावकों ने भाग लिया। मान ने उम्मीद जताई कि इस पहल से विद्याॢथयों को आने वाले समय के लिए तैयार करने में मदद मिलेगी।
अध्यापकों के साथ भावुक सांझ को प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेक अध्यापक की समस्या हल की जाएगी, जिसके लिए राज्य सरकार पहले ही हरसंभव प्रयास कर रही है। मान ने कहा कि अध्यापक का बेटा होने के नाते वह अध्यापकों की समस्याओं को अच्छी तरह से जानते हैं। राज्य का खजाना लोगों के लिए है और एक-एक पैसा लोगों के कल्याण के लिए खर्चा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल अध्यापक दिवस के अवसर पर उन्होंने ठेका आधारित सभी अध्यापकों की सेवाओं को रैगुलर करने का वायदा किया था। अब राज्य सरकार ने सभी कानूनी और प्रशासनिक रुकावटें खत्म करके 12,710 कच्चे अध्यापकों की सेवाओं को रैगुलर कर दिया है। इनको वेतन में भी 5 प्रतिशत की वृद्धि मिलेगी और छुट्टियों समेत अन्य लाभ भी हासिल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विद्याॢथयों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए उच्च वर्ग के 8 प्रशिक्षण केंद्र खोल रही है। यह केंद्र नौजवानों को यू.पी.एस.सी. की परीक्षा पास करने के लिए प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मकसद अपने नौजवानों को ऊंचे पदों पर सेवा करने के योग्य बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाली छात्राओं के लिए बस सेवा शुरू की जाएगी। इसका मकसद यह सुनिश्चित बनाना है कि कोई भी लड़की तालीम हासिल करने से वंचित न रहे। इस कदम से सरकारी स्कूलों में लड़कियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित बनाई जा सकेगी। पटवारियों द्वारा अपने काम के लिए निजी व्यक्ति रखने के दुर्भाग्यपूर्ण रुझान को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि पटवारियों के लिए बायोमैट्रिक हाजिरी अनिवार्य होगी। मान ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को साफ-सुथरा, प्रभावशाली, जवाबदेह और पारदर्शी प्रशासन मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अध्यापक दिवस पर 80 अध्यापकों को राज्य स्तरीय अवॉर्ड से सम्मानित किया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने मुख्यमंत्री और अन्य शख्सियतों का स्वागत किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप धालीवाल, लालजीत सिंह भुल्लर, बलकार सिंह, हरभजन सिंह ई.टी.ओ. और डा. बलजीत कौर, डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह भी उपस्थित थे।