STA की परमीशन का इंतजार कर रही पहली इलैक्ट्रिक बस

punjabkesari.in Tuesday, Jun 13, 2017 - 09:56 AM (IST)

चंडीगढ़ (विजय) : शहर में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में लाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने पहली बार इलैक्ट्रिक बसों को रूट में उतारने का फैसला लिया। इसके लिए ट्रायल बेस पर एक बस चंडीगढ़ भी पहुंच चुकी है, लेकिन स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एस.टी.ए.) से परमीशन न मिलने के कारण यह अभी भी चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सी.टी.यू.) की वर्कशॉप में खड़ी है। अधिकारियों का कहना है कि शहर में ट्रायल बेस पर इलैक्ट्रिक बस चलाने की पूरी तैयारी हो चुकी है लेकिन अभी कुछ कागजी कार्रवाई रहती है। 

 

इस कारण फिलहाल यह यात्रियों के लिए शुरू नहीं की गई है। दरअसल इलैक्ट्रिक बस चलाने की मुख्य वजह शहर में प्रदूषण को नियंत्रण पर रखना और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को पैसेंजर्स फ्रैंडली बनाना है। इसके लिए एस.टी.ए. और सी.टी.यू. द्वारा बसों का टैक्नीकल डाटा एकत्रित किया जाएगा। एस.टी.ए. के पास तो आई.टी.एस. से ऑटामैटिक डाटा स्टोर किया जाएगा। जबकि सी.टी.यू. मैनुअली डाटा एकत्रित करेगी, ताकी ओवरऑल बसों की परफॉर्मैंस रिकॉर्ड की जा सके। 


 

ट्रायल के बाद आएंगी 10 और बसें
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट के अनुसार ट्रायल पीरियड 15 दिन से एक माह का हो सकता है। एक बार बस की परफॉर्मैंस रिकॉर्ड कर ली जाए तो फिर यह फैसला लिया जाएगा कि शहर के लिए ये बसें कितनी फिट बैठती हैं। अगर परिणाम अच्छे रहे तो 10 और बसों को किराए पर लेकर चलाया जाएगा। बसें कंपनी की होंगी लेकिन स्टाफ सी.टी.यू. का ही रहेगा। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले 2 दिन में इस बस को रूट पर उतारने की प्लाङ्क्षनग है। 


 

बैटरी बैकअप पर सवाल
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट के सामने अधिक परेशानी इलैक्ट्रिक बसों की बैटरी बैकअप की आ रही है। अधिकारियों का कहना है कि कंपनियों द्वारा बैटरी बैकअप को लेकर क्लेम तो किया जा रहा है लेकिन हकीकत तभी सामने आएगी जब बस रूट पर चलने लगेगी। बसों का बैटरी बैकअप कितना होगा? कितने समय बाद उन्हें चार्ज करना होगा? किन-किन जगह चार्जिंग प्वाइंट लगाने होंगे? ऐसे ही कईं अन्य सवालों का हल तलाशाने के लिए डिपार्टमैंट ने फिलहाल एक बस को ट्रायल पर चलाने का निर्णय लिया है।


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