बच्चों के मिड-डे मील पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जता रहे पहला हक
punjabkesari.in Saturday, May 18, 2019 - 01:04 PM (IST)
चंडीगढ़(वैभव): शहर के सभी सरकारी स्कूलों में प्राइमरी क्लास के लिए मिड-डे मील की व्यवस्था तो है लेकिन कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां बच्चों से पहले मिड-डे मील पर चौथी श्रेणी के कर्मचारी अपना हक जता रहे हैं। बता दें कि स्कूलों में मिड-डे मील सुबह करीब 10 बजे आ जाता है। 11 बजे तक यह खाना बच्चों में परोसा जाता है, लेकिन चौथी श्रेणी के कर्मचारी इन बच्चों के खाने पर सबसे पहले हक जताने में पीछे नहीं रहते हैं।
बच्चों में मिड-डे मील बांटने के बाद अगर खाना बचता है तो वह इन कर्मचारियों में बांट दिया जाता है। इसके बावजूद इन कर्मचारियों को बिल्कुल भी शर्म नहीं है और बच्चों से पहले मिड-डे मील पर टूट पड़ते हैं।
टिफिन में भर लेते हैं गर्म खाना : मिड-डे मील खाना वितरण के समय यह कर्मचारी अपने-अपने टिफिन लेकर सबसे पहले लाइन में लगे मिलते हैं और टिफिन को भरवा लेते हैं। कर्मचारियों द्वारा की जा रही इस शर्मनाक घटना से हर कोई आघात हैं। कई बार छोटे बच्चों ने इसका विरोध भी किया है बावजूद इन कर्मचारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती है।
कई स्कूलों में चल रहा है घिनौना खेल
गौरतलब है कि शहर के कई स्कूल ऐसे हैं जहां यह खेल सरेआम चल रहा है। मिड-डे मील आने के बाद ये कर्मचारी खाना के वितरण का इंतजार करते हैं। बता दें कि बच्चों में मिड-डे मील बांटने की जिम्मेवारी भी चौथी क्लाास के कर्मचारियों की होती है। ऐसे में उनके लिए पहले मिड-डे मील लेना भी आसान हो जाता है।
शिक्षा विभाग की नजरों में भी यह बात
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की यह शर्मनाक हरकत किसी से छिपी नहीं है। इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के पास जा चुकी है। कर्मचारियो की यह हरकत इस समय अपनी सभी मर्यादा तोड़ चुके हैं।