PGI के डाक्टर में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद लिया यह फैसला

punjabkesari.in Saturday, Aug 12, 2017 - 09:13 AM (IST)

चंडीगढ़ (पाल): स्वाइन फ्लू के मरीजों की बढ़ती तादाद के मद्देनजर जहां हैल्थ विभाग ने सभी गर्वनमैंट व प्राइवेट हॉस्पिटल में ट्रीटमैंट के प्रोटोकॉल को फॉलो करने के निर्देश दिए हैं वहीं पी.जी.आई. में मरीजों के साथ-साथ डाक्टर्स भी स्वाइन फ्लू की चपेट में आ रहें हैं। वीरवार को पी.जी.आई. में एक रैजीडैंट डाक्टर में स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद सबको एहतियात के तौर पर पहले ही वैक्सीन देने की बात कही जा रही है। पी.जी.आई. स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ की डाक्टर लक्ष्मी की मानें तो मरीजों के इलाज में सबसे ज्यादा खतरा डाक्टरों को रहता है, क्योंकि डाक्टर सबसे ज्यादा मरीज के आसपास रहता है। उचित बचाव के बावजूद स्वाइन फ्लू का वायरस आसपास वालों को चपेट में लेता है। ऐसे में डाक्टरों को पहले वैक्सीन देना जरूरी हो जाता है। 

 

16 लाख की लागत से साफ होंगे पी.जी.आई कैंपस व कॉलोनी ओवर हैड टैंक्स:हैल्थ विभाग द्वारा पिछले दिनों पी.जी.आई. हॉसटल्स के पानी टैंक साफ किए गए थे। इस दौरान उनमें मरे पक्षी मिले थे। इसी के मद्देनजर पी.जी.आई. प्रशासन ने पी.जी.आई. कैंपस व पी.जी.आई. कॉलोनी सैक्टर-24 के ओवरहैड टैंक्स व अंडरग्राऊंड वॉटर स्टोरेज साफ करने का टैंडर कॉल किया है। पी.जी.आई. प्रशासन द्वारा करीब इन टैंक्स की सफाई पर 16 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे व अगले 5 महीने तक इस प्रोसैस पूरा कर लिया जाएगा। 


 

प्राइवेट व गवर्नमैंट में भी निर्देश 
हैल्थ डायरैक्टर डा. राकेश कश्यप ने भी हालही में सभी गर्वनमैंट व प्राइवेट अस्पतालों में निर्देश जारी कर स्वाइन फ्लू के इलाज में सभी प्रोटोकॉल फॉलो करने को कहा था। साथ ही मरीज के आसपास रहने रहने वाले लोगों व परिजनों को भी वैक्सीन देने के निर्देश दिए हैं। वहीं डाक्टरों को भी वैक्सीन दी जा रही है। रोजाना हैल्थ विभाग द्वारा स्वाइन फ्लू के नए मामले कंफर्म किए जा रहे हैं, लेकिन विभाग की ओर से शुक्रवार को कोई नया मामला सामने नहीं आया। 


 


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