मुख्यमंत्री ने लेह में शहीद हुए 2 बहादुर जवानों के वारिसों को 1-1 करोड़ के चैक सौंपे
punjabkesari.in Sunday, Aug 27, 2023 - 07:27 PM (IST)

चंडीगढ़,(हरिश्चंद्र):पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज लेह (लद्दाख) में 19 अगस्त को सड़क हादसे में शहीद होने वाले 2 बहादुर जवानों के पारिवारिक सदस्यों को वित्तीय सहायता के तौर पर 1-1 करोड़ रुपए के चेक सौंपे। इन शहीदों के पैतृक घरों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि लेह में देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता की रक्षा के लिए अपना फर्ज निभाते हुए 9 बहादुर जवानों ने शहीदी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि लेह में शहीद होने वाले इन जवानों में पंजाब के 2 पुत्र रमेश लाल निवासी गांव सरसरी (फरीदकोट) और तरनदीप सिंह निवासी बस्सी पठाना भी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश और खासकर इन सैनिकों के परिवारों के लिए कभी न पूरा होने वाला घाटा है।
मुख्यमंत्री ने इन शहीदों के पारिजनां के साथ दुख साझा करते हुए दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में निवास देने के लिए परमात्मा से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि पूरा देश इन शहीदों का सदा ऋणी रहेगा, जिन्होंने देश के खातिर अपनी जान कुर्बान कर दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता की रक्षा के लिए इन बहादुर जवानों के कीमती योगदान को मान्यता देने के लिए राज्य सरकार का यह एक विनम्र सा प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के इन परिवारों को यह वित्तीय सहायता ड्यूटी के दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए पंजाब सरकार की वचनबद्धता के तहत प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने नीति के अनुसार शहीदों के वारिसों के लिए नौकरियों का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि इन शहीदों के महान बलिदान उनके साथी सैनिकों और नौजवानों को अपनी ड्यूटी और अधिक निष्ठा और समॢपत भावना से निभाने के लिए प्रेरित करेंगे। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जाहिर की कि राज्य सरकार द्वारा दी गई यह वित्तीय सहायता जहां एक ओर परिवार को आॢथक रूप से ङ्क्षचता मुक्त करेगी, वहीं उनके भविष्य को भी सुरक्षित करने में अहम साबित होगी। इसके साथ ही यह नौजवानों को सशस्त्र सेनाओं में भर्ती होकर नि:स्वार्थ रूप से अपनी मातृभूमि की सेवा करने के लिए भी प्रेरित करेगी।
इसी दौरान फतेहगढ़ साहिब के बस्सी पठाना में शहीद तरनदीप सिंह की अंतिम अरदास के मौके पर मुख्यमंत्री ने वित्तीय सहायता का चेक सौंपते हुए शहीद की बहन के लिए सर्टीफिकेटों को सत्यापित करने के बाद सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर सिंथैटिक ट्रैक और अन्य अति-आधुनिक सुविधाओं से लैस स्टेडियम बनाने का ऐलान भी किया, जिससे अन्य नौजवान सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए प्रेरित हो सकें। मुख्यमंत्री ने गांव सरसरी (फरीदकोट) में शहीद के परिवार को वित्तीय सहायता का चेक सौंपने के अलावा शहीद रमेश लाल की पत्नी को नौकरी देने और शहीद के नाम पर गांव में स्टेडियम बनाने का ऐलान भी किया। इसके अलावा उन्होंने गांव की डिस्पैंसरी के नवीनीकरण और पंजगराईं से नंगल रोड का नाम शहीद के नाम पर रखने का ऐलान भी किया।