मीटर से की टैंपरिंग तो कंट्रोल रूम में बजेगा अलार्म

Saturday, Oct 01, 2016 - 08:51 AM (IST)

चंडीगढ़, (विजय) : स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि आने वाले 18 महीनों के भीतर स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट तैयार हो जाएगा। जिसके बाद शहर के 2 लाख से ज्यादा कंज्यूमर्स को बिना किसी बाधा के दिन के चौबीसों घंटे बिजली की सप्लाई मिलेगी। इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। वहां से अधिकारी अपनी सीट में बैठकर ही जानकारी हासिल कर पाएंगे कि शहर में कहां बिजली के मीटर से छेड़छाड़ हो रही है। इसके लिए डिपार्टमैंट द्वारा एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (ए.एम.आई.) प्रोजैक्ट लांच करेगा। इसकी बदौलत कंज्यूमर और डिपार्टमैंट के बीच डाटा मैनेजमैंट और कम्युनिकेशन सिस्टम को बेहतर बनाया जाएगा। 

लोड डिक्लेयर न करने वालों का निकाला हल :
स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट के तहत ही इलैक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट के सामने लोड डिक्लेयर न करने वाले कंज्यूमर्स से जुड़ी परेशानियों का हल भी निकल जाएगा। दरअसल डिपार्टमैंट बिजली के बिल में लोड डिक्लेयर करने वाले फॉर्म भी भेजता रहता है। इसमें कंज्यूमर को बताना होता है कि उसके घर में कितने बिजली के उपकरण चल रहे हैं लेकिन अभी तक 10 हजार से भी कम कंज्यूमर्स ने डिपार्टमैंट के पास ये फार्म सबमिट करवाए हैं। 

50 करोड़ का प्रोजैक्ट :
यह पूरा प्रोजैक्ट लगभग 50 करोड़ रुपए का है। यह प्रोजैक्ट सैक्टर-29, 31, 47, 48 और इंडस्ट्रीयल एरिया में शुरुआत में पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू किया जाएगा। इसके बाद रायपुर कलां, दड़वा और बहलाना के एरिया कवर होंगे। प्रोजैक्ट के तहत शहर में पावर सिस्टम को मजबूत करने के लिए 66 के.वी. और 11 के.वी. के सब-स्टेशन लगाए जाएंगे। 

-    फाल्ट की जानकारी के लिए डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफॉर्मर मॉनीटरिंग यूनिट सिस्टम भी होगा लागू
-    पायलट प्रोजैक्ट के तहत सबसे पहले इंडस्ट्रीयल एरिया को चुना जाएगा
-    15 साल की डिमांड होगी पूरी, कुंडी कनैक्शन से भी मिलेगी निजात
-    1.75 लाख कंज्यूमर हैं डोमैस्टिक कैटेगरी के

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