दम तोड़ती रही गाएं, प्रशासन लापरवाह, शैड का काम भी अधूरा

punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2019 - 02:02 PM (IST)

लालडू/डेराबस्सी (गुरप्रीत): गांव मगरा में स्थित सरकारी गौशाला में तडप-तड़प कर गौवंश का दम तोडऩे का सिलसिला लगातार जारी है। प्रशासन की लपरवाही बारे पंजाब केसरी लगातार खुलासे करता आ रहा है।खबरों के बाद समाज सेवी राहुल कौशिश की पहल पर कई समाज सुधारकों ने गौशाला के  सुधार के लिए एक लाख रुपए की धनराशि जुटाई है। उधर, प्रशासन की लपरवाही लगातार जारी है। गौशाला में पशुओं को ठंड से बचाने के लिए बनाए जा रहे नए शैड का काम आज भी अधूरा है। जिससे आज भी खुले आसमान में ठंड से गाए तड़प-तड़प कर जान दे रही है। आज दो साल के गाए के बच्चों समेत कई गायों की मौत हो चुकी है।

 

गौशाला में गौवंश को बचाने के लिए जिला प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा। सोमवार को गौशाला में कीचड़ में सात से अधिक गाय फंस कर तड़पती मिली। इसके अलावा एक गाय चुबजे में फंसी थी। जिसे सुबह से निकालने वाला कोई नहीं था। ठंड से बचाने के लिए जब गाय वहां बने शैड में घुसने की कोशिश करती है तो शैड इतना छोटा है कि वहां केवल 80-90 गाय आती है। इससे अधिक जब गाय वहां घुसने की कोशिश करती है तो कमजोर गाय वहां गिर जाती है। 

 

साफ सफाई का वहां बुरा हाल होने से गोबर मलमूत्र व ठंडे फर्श में गाय कमजोर गाय बैठी रहती है। जिससे ठंड लगने से उनकी हालत खराब हो जाती है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार 40 से 50 गायों की हालत इतनी नाजुक है कि इनको तुंरत यहां से शिफ्ट करने की जरूरत है। यदि अभी भी हालात न सुधरे तो यह गाय भी मर जाएंगी। सोमवार को बीमार तीन गायों को इलाज के लिए लुधियाना पहुंचाया गया।

 

हरकत में दिखे कर्मी
ए.डी.सी. व एस.डी.एम. के आने की सूचना से एकदम हरकत में आए ध्यान फाऊंडेशन के कर्मियों ने दोपहर बाद कुछ साफ-सफाई की तथा कीचड़ में फंसी गायों को बाहर निकाला लेकिन शाम ढलने तक ए.डी.सी. व एस.डी.एम. गौशाला नहीं पहुंचे। वहीं डी.सी. ने भी गौशाला के सुधार के लिए केवल बयान ही दिया जबकि जमीनी हकीकत में गौशाला में तड़प तड़प कर मरने का सिलसिला लगातार जारी है। 

 

ध्यान फाऊंडेशन पर प्रशासन मेहरबान
गौशाला की देखरेख कर ही ध्यान फाऊंडेशन को तुंरत यहां से हटाने की मांग की जा रही है लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। डी.सी. ने कोई ठोस कदम न उठाए जाने से लोगों में प्रशासन व सरकार के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। 

 

इसके अलावा यह मांग भी उठ रही है कि सरकार ध्यान फाउंडेशन को अब तक कितना फंड जारी हुआ है इसकी जानकारी डी.सी. सार्वजनिक करें। गायों को रखने के लिये नए बनाए जा रहे शैड के निर्माण में हो रही देरी पर पूछने बारे नगर परिषद के ई.ओ. बरजिंदर सिंह ने फोन नहीं उठाया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

pooja verma

Recommended News

Related News