इस बार भी गर्मी की छुट्टियों में घर-घर सर्वे करेंगे शिक्षक

Tuesday, May 22, 2018 - 11:54 AM (IST)

चंडीगढ़ (रोहिला): हर वर्ष की तरह इस बार भी इलैक्शन डिपार्टमैंट ने सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की ड्यूटी डोर-टू-डोर सर्वे में लगा दी है। बूथ लैवल ऑफिसर के रूप में शहर के 70 शिक्षकों की ड्यूटी इस काम में लगाई गई है। शिक्षक नेताओं का कहना है कि शिक्षा विभाग और इलैक्शन डिपार्टमैंट हाईकोर्ट व सी.बी.एस.ई. के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। 

 

सरकारी स्कूलों में पहले ही स्टाफ की कमी है और इलैक्शन डिपार्टमैंट शिक्षकों की ड्यूटी लगाकर सरकारी स्कूलों के बच्चों से नाइंसाफी कर रहा है। शिक्षक यूनियन का कहना है कि शिक्षकों की इलैक्शन में ड्यूटी लगने से शिक्षकों को नुक्सान हो रहा है। सभी सरकारी स्कूलों में 1 जून से 30 जून तक गर्मी की छुट्टियां हो जाती हैं परन्तु बाकी दफ्तरों में जून की छुट्टियां नहीं होतीं। 

 

इस कारण शिक्षकों को 1 साल में सिर्फ 8 अर्जित छुट्टियां मिलती हैं, जबकि अन्य सरकारी कर्मचारियों को एक वर्ष में 30 अर्जित छुट्टियां मिलती हैं। यूनियन का कहना है कि शिक्षक 20 जून तक अगर इलैक्शन की ड्यूटी करेंगे तो उनको कोई भी फायदा नहीं होगा। उनकी जून की 20 छुट्टियां बर्बाद हो जाएंगी और 20 दिनों की अर्जित छुट्टियां भी नहीं मिलेंगी। 

Punjab Kesari

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