टीचर्स की कमी होगी पूरी, पंजाब से आए 29 अध्यापक

Sunday, Aug 25, 2019 - 01:38 PM (IST)

चंडीगढ़(वैभव) : शहर में टीचर्स की कमी को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में जे.बी.टी. और टी.जी.टी. टीचर्स की भर्ती की है। विभाग ने पंजाब और हरियाणा से कुछे टीचर्स को डैपुटेशन पर मंगवाने के लिए भी पत्र लिखा था। 

पत्र के जवाब में पंजाब और हरियाणा से डैपुटेशन टीचर्स शहर पहुंच चुके हैं। ऐसे में सवाल है कि जो कई वर्षों से शहर में डैपुटेशन से आए टीचर्स कुंडली मारे बैठे हुए हैं उन्हें कब भेजा जाएगा। विभाग द्वारा बड़ी संख्या में दोनों राज्यों से डैपुटेशन पर टीचर्स बुलाए गए हैं और उनके शहर में आने के बाद यू.टी. के टीचर्स में विरोध के स्वर भी फूटने शुरू हो गए हैं। विभाग ने जुलाई माह में दोनों राज्यों को पत्र लिखा था और अगस्त माह समाप्त होने से ही शहर पहुंच चुके हैं।

खाली पोस्टों पर की गई है भर्ती :
शहर में टीचर्स की खाली पोस्ट को भरने के लिए 418 जे.बी.टी. और 196 टी.जी.टी. टीचर्स की भर्ती की है। इसके बाद 137 टीचर्स पंजाब से डैपुटेशन पर बुलाए गए हैं। ऐसे में पुराने डैपुटेशन टीचर्स के रहते हुए ये इनकी तैनाती होना कैसे स्वाभाविक है। 

वहीं पुराने डेपुटेशन टीचर्स को बाहर खदेडऩे की मांग भी जोरो शोरों से उठने लगी है। सूत्रों के अनुसार पुराने डैपुटेशन पर बैठे टीचर्स को वापस भेजने के लिए टीचर्स का एक दल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात करने के लिए भी जाएगा। 

डैपुटेशन पर आए टीचर्स में 27 पंजाब से हैं :
शिक्षा विभाग ने पंजाब से जो 137 टीचर्स डैपुटेशन पर बुलाए थे, उनमें से 29 टीचर्स शहर आ चुके हैं। टीचर्स में 27 टीचर्स पंजाब तथा 2 हरियाणा के शामिल हैं। वहीं इनको शहर के विभिन्न स्कूलों में ज्वाइन करवा दिया गया है। 

डैपुटेशन पर आए टीचर्स में मोहाली के स्कूलों से 19 टीचर्स यहां भेजे गए हैं। इसके अलावा होशियारपुर से 1, फजिल्का से 1, फतेहगढ़ साहिब से 3, रूपनगर से 1, लुधियाना से 1 और मुक्तसर से 1 टीचर डैपुटेशन पर शहर पहुंचे हैं। हरियाणा से जो दो टीचर आए हैं उनमें से 1 करनाल और दूसरी पंचकूला से है।

काफी संख्या में डैपुटेशन पर टीचर्स नहीं भेजे गए वापस :
गौरतलब है कि शहर में बड़ी संख्या में डैपुटेशन पर आए टीचर्स को वापस नहीं भेजा गया है। इन टीचर्स को सैलरी के अलावा हर वह सुविधा जो चंडीगढ़ के टीचर्स को मिलती है। ये शहर में ऐसे टीचर्स की भरमार है जो वर्षों पहले यहां पढ़ाने आए थे। लेकिन चंडीगढ़ के ही होकर रह गए हैं। 

सूत्रों के अनुसार डैपुटेशन पर आए ज्यादातर टीचर्स का कार्यकाल समाप्त हुए कई वर्ष बीत चुके हैं लेकिन वह अभी भी स्कूलों में डटे हुए। कई बार इन टीचर्स को वापस भेजने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र भी लिखे जा चुके हैं लेकिन बावजूद विभाग द्वारा इन डैपुटेशन पर आए टीचर्स को वापस नहीं भेजा। इन टीचर्स के वापस न भेजे जाने के पीछे विभाग का बहुत बड़ा हाथ है। 

Priyanka rana

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