सरकार के साथ वार्ता में बनी आंशिक सहमति, तालमेल कमेटी मुखर

Saturday, Mar 12, 2022 - 07:59 PM (IST)

चंडीगढ़,(पांडेय): हरियाणा सिविल सचिवालय में सरकार से आंगनबाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स की मांगों पर वार्ता हुई। इस वार्ता में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव उमा शंकर, अतिरिक्त मुख्य जी. अनुपमा, विभाग की निदेशक हेमा शर्मा सहित विभाग के आला अधिकारी शामिल थे। तालमेल कमेटी की ओर से देवेंद्री शर्मा, शकुंतला, कृष्णा, पुष्पा दलाल, जय भगवान, राजेंद्र सिंह शामिल थे। लेकिन तालमेल कमेटी ने कई मांगों पर सहमति नहीं बनने से अभी आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया है। हालांकि वार्ता में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने कहा कि 29 दिसम्बर की घोषणा पूरे तौर पर लागू होंगी। इसके अलावा मानदेय के साथ महंगाई किस्त की प्रक्रिया जारी है, उसको ङ्क्षलक करने पर ऑटोमैटिक महंगाई भत्ता की किस्त मानदेय में जुड़ती रहेगी। सरकार ने कहा कि आंगनबाड़ी महकमा का निजीकरण करने का कोई फैसला नहीं है। प्रोमोशन में वर्कर एंड हैल्पर की कोई आयुसीमा नहीं रहेगी।

 

नौकरी के दौरान मौत पर 3 लाख आश्रितों को देने की मांग बजट में मान ली गई है। आंगनबाड़ी कर्मियो के इलाज को आयुष्मान स्कीम के साथ ङ्क्षलक किया जाएगा। मोबाइल फोन के लिए अप्रैल तक 9000 रुपए प्रति वर्कर वाउचर दिया जाएगा। जिससे वो स्वयं अपना फोन खरीद सकें। बैठक में अन्य यूनियनों को भी बैठाया गया।


हड़ताल के दौरान का मिलेगा मानदेय, सभी दर्ज केस होंगे वापस 
वार्ता में इस बात पर सहमति बनी है कि हड़ताल के दौरान का मानदेय दिया जाएगा और दर्ज केस वापस लिए जाएंगे लेकिन अब तक हुए 545 टर्मिनेशन को केस टू केस देख कर वापस लिया जाएगा। इस पर प्रतिनिधिमंडल ने ऐतराज जताया और कहा कि इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता। इस बारे सरकार ने कहा कि विक्टिमाइजेशन किसी का नहीं किया जाएगा और सकारात्मक रूप से इसको 16 मार्च तक फाइनल कर दिया जाएगा। 

 


19 मार्च को कलायत में होगी महापंचायत 
तालमेल कमेटी के नेताओं ने कहा कि सरकार अभी भी कई मुद्दों को अटकाना चाहती है। इसलिए तालमेल कमेटी ने फैसला लिया है कि हड़ताल व आंदोलन जारी रहेगा। 19 मार्च की कलायत में होने वाली महापंचायत बहुत विशाल होगी। उसकी पूरी तैयारी की जाएगी। गांव-गांव इसके लिए अभियान चलेगा। अगर 16 मार्च तक सरकार सकारात्मक रूप से मांगों पर कदम उठाती है और सभी बर्खास्त कर्मियों को बहाल करने के बारे में निर्णय करती है तो हड़ताल व आंदोलन पर पुनॢवचार किया जाएगा।

Ajay Chandigarh

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