हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग: सार्वजनिक प्रशासन और भर्ती में नई दक्षता का प्रतीक

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2025 - 12:59 PM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने दक्षता और पारदर्शिता के नए मापदंड स्थापित किए हैं। वर्तमान नेतृत्व के तहत, HSSC सार्वजनिक प्रशासन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। हाल के महीनों में, आयोग की प्रदर्शन क्षमता ने उम्मीदों को पार करते हुए इसे प्रभावी शासन और भर्ती प्रक्रियाओं का आदर्श बना दिया है। इस परिवर्तन के केंद्र में श्री हिम्मत सिंह हैं, जिनकी रणनीतिक दृष्टि और समर्पण ने आयोग की कार्यप्रणाली को नए सिरे से परिभाषित किया है। जून 2024 में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा श्री हिम्मत सिंह को आयोग के अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई गई थी।

2024 में HSSC की उल्लेखनीय उपलब्धियां इसकी उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। आयोग ने 56,830 उम्मीदवारों के परिणाम घोषित किए, जो एक अभूतपूर्व उपलब्धि है। इनमें से लगभग 36,000 परिणाम केवल 56 कार्य दिवसों में घोषित किए गए। यह दक्षता HSSC की युवाओं को समय पर रोजगार अवसर प्रदान करने की मजबूत इच्छाशक्ति को प्रकट करती है। इसी साल आयोग ने 28 परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित कीं और उन्हें 56 दिनों के भीतर संपन्न किया। इस तेज़ और कुशल प्रक्रिया ने वर्तमान नेतृत्व में HSSC की पहचान बना दी है।
पारदर्शिता और पहुंच HSSC की कार्यप्रणाली के प्रमुख स्तंभ बन गए हैं। पहली बार, उम्मीदवारों को फोन या संदेश के माध्यम से आयोग के अधिकारियों से सीधे संपर्क करने और शिकायतें दर्ज कराने का अधिकार दिया गया। इससे एक अधिक उत्तरदायी और उम्मीदवार-केंद्रित प्रशासनिक वातावरण तैयार हुआ। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के साथ जोड़ने से सूचना का प्रसार और भी प्रभावी हो गया है, जिससे उम्मीदवारों को सटीक और समय पर अपडेट मिल सके।

HSSC की यह नई कार्यशैली न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने उम्मीदवारों के हितों की रक्षा में कानूनी कदम उठाने में भी अपनी प्रभावशीलता सिद्ध की है। विभिन्न भर्तियों के परिणामों से जुड़े विवादों के जवाब में, HSSC ने तेज़ और निर्णायक कार्रवाई करते हुए उम्मीदवारों के पक्ष में कदम उठाए। 24,000 भर्तियों के परिणामों से संबंधित 266 मामले और प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) परीक्षा परिणामों से जुड़े 418 मामले दर्ज किए गए। इन कानूनी चुनौतियों को हल करने के लिए आयोग की सक्रियता ने इसकी विश्वसनीयता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।
अपनी प्रक्रियाओं को और अधिक सुव्यवस्थित करने के लिए, HSSC ने भविष्य के लिए कई योजनाओं का खाका तैयार किया है। सालाना परीक्षा कैलेंडर शुरू करने से उम्मीदवारों को आगामी अवसरों की स्पष्ट जानकारी मिलेगी, जिससे उनकी तैयारी और योजना बेहतर होगी। इसके साथ ही, एक समर्पित शिकायत पोर्टल लॉन्च करने की योजना है, जिसमें शिकायतों के निपटारे के लिए विशेष समयसीमा और संदेशों के माध्यम से अपडेट देने की व्यवस्था होगी। इसके अतिरिक्त, एक बार पंजीकरण (One-Time Registration - OTR) प्रणाली भी लागू की जा रही है। यह प्रणाली आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाएगी, जिससे उम्मीदवार एक ही बार में कई परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कर सकेंगे। यह न केवल समय और प्रयास की बचत करेगा, बल्कि उम्मीदवारों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा।

HSSC के इस बदलाव के पीछे मुख्य प्रेरणा इसके अध्यक्ष श्री हिम्मत सिंह हैं। कैथल जिले के खेड़ी मातरवा गांव के निवासी हिम्मत सिंह की यात्रा सार्वजनिक सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से प्रेरित है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हिम्मत सिंह ने लगभग दो दशक तक वकालत की और हरियाणा के अतिरिक्त महाधिवक्ता (Additional Advocate General) के पद पर अपनी सेवाएं दीं। उनकी कानूनी विशेषज्ञता और प्रशासनिक कौशल ने उन्हें HSSC का अध्यक्ष बनने का मार्ग प्रशस्त किया।

श्री हिम्मत सिंह के नेतृत्व की व्यापक सराहना हो रही है। विभिन्न समुदायों ने उनके योगदान को मान्यता दी है। उनका HSSC के लिए दृष्टिकोण तत्काल उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक स्थायी और पारदर्शी प्रणाली के निर्माण पर केंद्रित है, जो अन्य सार्वजनिक सेवा आयोगों के लिए आदर्श बन सके।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का यह रूपांतरण श्री हिम्मत सिंह के प्रभावी नेतृत्व के महत्व को दर्शाता है। पारदर्शिता, परिचालन कुशलता, और रणनीतिक नवाचार को अपनाकर HSSC ने शासन और भर्ती प्रक्रियाओं के लिए एक नई मिसाल कायम की है। आयोग की उपलब्धियां दूरदर्शी प्रशासन की शक्ति और जनता के बीच विश्वास और आत्मविश्वास जगाने की क्षमता का प्रमाण हैं।


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Content Editor

Diksha Raghuwanshi

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