शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, सभी स्कूलों की डेटशीट से लेकर प्रश्नपत्र तक होंगे सेम

Thursday, May 10, 2018 - 09:48 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : शिक्षा विभाग द्वारा क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए कुछ नए कदम उठाएं गए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा फैसला किया गया है कि इस सत्र से सभी स्कूलों की यूनिट टेस्ट से लेकर फाइनल एग्जामस की ना सिर्फ डेटशीट ही बल्कि प्रश्नपत्र भी सेम होगा। 

इसके चलते शिक्षा विभाग ने पहली से दसवीं कक्षा के तीन हिस्सों में विभाजित कर दिया है। यानी सितबंर में होने वाले यूनिट टेस्ट, दिसंबर में होने वाले यूनिट टेस्ट और मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षाओं का सिलेबस निर्धारित कर दिया गया है। अब सभी स्कूलों को निर्धारित समय भीतर ही सिलेबस को पुरा किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। 

शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों को पत्र जारी कर दिया गया है। यदि कोई स्कूल इसकी पालना नहीं करता है और किसी भी स्कूल की किसी कक्षा का सिलेबस अधूरा पाया जाता है तो उसपर कार्यवाई होगी। शिक्षा विभाग के अधिकारी समय समय पर इसे  लेकर स्कूलों में इंस्पैक्षन भी करते रहेंगे। बता दें कि इस बार नौवीं में तीन हजार छात्र फेल हो गए हैं। विभाग ने छात्रों को क्वालिटी एजूकेशन दिलाने के लिए यह योजना तैयार की है। 

सभी शिक्षकों की भी होगी परीक्षा :
अभी तक स्कूलों में ही प्रश्नपत्र तैयार होने से शिक्षक पहले ही अपनी कक्षा का रिजल्ट अच्छा दिखाने के लिए छात्रों को बता देते थे कि क्या परीक्षा में आएगा। लेकिन अब छात्रों की परीक्षा सभी शिक्षकों के लिए भी परीक्षा की घड़ी होगी। क्योंकि प्रश्न पत्र बाहर से बनकर आएगा। जिसके चलते पेपर के लीक होने की कोई गुंजाइश नहीं होगी। परीक्षा  का परिणाम बताएगा कि किसी शिक्षक ने क्या पढ़ाया।

निर्धारित समय में सिलेबस पूरा न करने वाले पर होगी कार्रवाई :
स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक हिंदी, संस्कृत, विज्ञान, अंग्रेजी सहित अन्य विषयों को अप्रैल से सितंबर तक 50 फीसदी और अक्तूबर से मार्च तक 50 फीसदी रिवीजन के साथ पूरा कराया जाएगा। एग्जाम लिया जाएगा। 

नौवीं और दसवीं में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, सहित अन्य विषयों का कोर्स अप्रैल से जुलाई तक 25 फीसदी, सितंबर तक 50 फीसदी, दिसंबर तक रिवीजन करवाते हुए 80 फीसदी और फरवरी में एग्जाम से पहले कोर्स को पूरा कराना है। जो शिक्षक निर्धारित अवधि में सिलेबस पूरा नहीं कराएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। 

Punjab Kesari

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