स्वाइन फ्लू के साथ मलेरिया चिकनगुनिया और डेंगू के ‘डंक’ ने किया परेशान

punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2017 - 08:16 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल) : शहर में बढ़ रहे स्वाइन फ्लू ने जहां स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा रखी है, वहीं स्वाइन फ्लू के साथ ही बड़ी तादाद में डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के मामलों में भी रोजाना इजाफा हो रहा है। मलेरिया विभाग के नोडल ऑफिसर डा. गौरव अग्रवाल की मानें तो शहर के तीनों बड़े अस्पतालों में हर दिन 40 से 60 लोग इन बीमारियों की सैंपलिंग के लिए आ रहे हैं। 

 

स्वास्थ्य विभाग की मानें तो असल संख्या इससे भी कही ज्यादा है क्योंकि बहुत से मरीज गवर्नमैंट अस्पतालों की बजाय प्राइवेट अस्पतालों का रुख करते हैं। शहर में इस वक्त मलेरिया 37 व चिकनगुनिया के 66 और डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 34 तक पहुंच चुकी है। डाक्टर्स की मानें तो लोग शुरूआती दौर में अस्पताल में नहीं आ रहे है, जिसकी वजह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पी.जी.आई. में हर रोज 20 मरीजों के सैंपल जांच के लिए आ रहे हैं। वहीं, जी.एम.सी.एच.-32 में तो सैंपलिंग की संख्या 45 के करीब है जबकि जी.एम.एस.एच.-16 में 4 से 5 मरीज हर रोज जांच के लिए आ रहे हैं। 

 

पी.जी.आई. में ब्रीडिंग प्वाइंट्स :
पी.जी.आई. बेशक अपने डाक्टर्स को वैक्टर बोर्न डिजीज से बचने के लिए पहले ही वैक्सीन दे रहा है लेकिन इसके बावजूद डाक्टर्स, स्टाफ व वहां आने वाले मरीजों को यह बीमारियों अपनी चपेट में ले रही है। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग ने पी.जी.आई. कैंपस के ओवर हैड टैंक्स की जांच की थी जिसमें बड़ी संख्या में मच्छरों के ब्रीडिंग प्वाइंट्स के साथ-साथ मरे हुए पक्षी मिले थे। इसके बावजूद रिसर्च ब्लॉक के पीछे बड़ी संख्या में ब्रीडिंग प्वाइंट्स हैं, जहां किसी का कोई ध्यान नहीं है। मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों को न्यौता दे रहे ये ब्रीडिंग प्वाइंट्स ठीक वहीं हैं, जहां इन बीमारियों के टैस्ट की फीस जमा होती है। 


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