PU में सुषमा स्वराज ने की थी LLB, विभाग के प्रोफैसर ने शेयर की यादें...

punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 09:44 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : पंजाब यूनिवर्सिटी के वी.सी. प्रो. राज कुमार ने भाजपा की सीनियर नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के देहांत पर दुख प्रगट किया है। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज एक निडर नेता थीं। वे साहस व गरिमा की प्रतिमूर्ति थी। वह प्रभावशाली वक्ता, संसद मैंबर और पी.यू. एलुमनी थी। उनकी मौत राष्ट्र और यूनिवर्सिटी के लिए बड़ी क्षति है। उनके निधन पर लॉ विभाग में भी शोक सभा हुई। चेयरपर्सन प्रो. मीनू पॉल ने शोक संदेश उनके परिजनों को भी भेजा। इसके अलावा ए.बी.वी.पी. की ओर से श्रद्धांजलि दी गई। लॉ की डीन और वरिष्ठ अधिवक्ता अनु चतरथ, मैक सरीन, एन.के. नंदा, फैकल्टी मैंबर व छात्र भी इस मौके पर उपस्थित थे।

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उल्लेखनीय है कि सुषमा स्वराज ने पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी के कानून विभाग में साल 1971-74 के दौरान एल.एल.बी. की पढ़ाई की थी। सुषमा स्वराज ने अपने राजनैतिक जीवन के सफर की शुरूआत भी पी.यू. से ही शुरू की थी। एक साल पहले पंजाब यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के चेयरपर्सन प्रो. गुरमीत सिंह और विद्यार्थी सुषमा स्वराज को मिलने दिल्ली गए थे। उन्होंने सुषमा स्वराज को उनके साथ जुड़ी 50 साल पुरानी दो तस्वीरें भेंट की थीं।

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अम्बाला में जन्मी सुषमा स्वराज ने अम्बाला छावनी से स्कूली शिक्षा और एस.डी. कॉलेज से ग्रैजुएशन के बाद पंजाब विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री हासिल की। प्रो. गुरमीत बताते हैं कि वे घंटों स्टूडैंट सैंटर के पास एक पेड़ के तने पर बैठकर चाय पर गप-शप करते थे, क्योंकि उन दिनों तक स्टूडैंट सैंटर नहीं बना था। सुषमा की याददाश्त बड़ी कमाल की थी। सालों बाद एक बार वे जब हरियाणा की शिक्षामंत्री थी तो वे किसी काम से गए तो उन्होंने पहचान कर उनके नाम से पुकारा। सूचना प्रसारण मंत्री बनने व बाद में विदेश मंत्री बनने पर भी उनसे लगातार कई बार मुलाकात होती रही। 

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पढ़ाई के दौरान पी.यू. के सरोजनी हॉल में रही सुषमा के बारे में पंजाब विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफैसर सुरिंद्र शर्मा ने कई अनुभव सांझा किए। कैमिस्ट्री में पीएच.डी. कर रहे सुरिंद्र शर्मा नाटकों सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। उन्होंने बताया कि उन दिनों वे कैमिस्ट्री विभाग में पीएच.डी. के साथ टीचिंग का भी काम करते थे। 

2011 को मिली थी डाक्टरैट ऑफ लॉ की मानद उपाधि :
पी.यू. ने 2011 में आयोजित दीक्षांत समारोह में सुषमा स्वराज को डॉक्टरैट ऑफ लॉ की मानद उपाधि से नवाजा था। उस समय पी.यू. के वी.सी. प्रो. आर.सी. सोबती थे। उन्होंने 1969 और 1970 में के.के. ग्रोवर व ए.सी. बाली भाषण प्रतियोगिता जीती।

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पिछले साल हिंदी के विभागाध्यक्ष गुरमीत सिंह छात्रों के साथ उन्हें दिल्ली में मिले थे और उनका पुरस्कार पाते वक्त का फोटो उन्हें प्रदान किया। जिन को देख के सुषमा स्वराज भावुक हो गई थीं। 


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Priyanka rana

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