पहले फ्लाई ओवर के लिए चार महीने में कंप्लीट होगा सर्वे

Wednesday, Sep 19, 2018 - 12:28 PM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : शहर के पहले फ्लाई ओवर के निर्माण के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इससे पहले कि निर्माण कार्य शुरू हो, प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि भविष्य में फ्लाईओवर की कंस्ट्रक्शन में किसी भी प्रकार की अड़चन न आए। 

इसके लिए जल्द ही एक और कंसल्टैंट की मदद ली जाएगी ताकि यह जानकारी जुटाई जाएगी कि जितने एरिया में फ्लाई ओवर बनाया जाएगा उसमें कितनी बिल्डिंग्स, रास्ते, फुटपाथ, ड्रेनेज, स्ट्रॉम वाटर लाइंस, जी.आई. लाइन, पेड़, इलेक्ट्रिक/टैलीफोन पोल, नाला और प्रमुख लैंडमार्क आते हैं। कंसल्टैंट को इसके लिए डिटेल टोपोग्राफिकल रूट सर्वे तैयार करने के लिए कहा जाएगा। 

रोजाना लगभग 1.50 लाख वाहन गुजरते हैं यहां से :
मिनिस्ट्री ने हाल ही में लगभग 385 करोड़ रुपए इस प्रोजैक्ट के लिए अप्रूव किए हैं। इसके बाद से इस प्रोजैक्ट के जल्द ही शुरु होने की उम्मीद जताई जा रही है। मिनिस्ट्री ने प्रशासन से कहा है कि फ्लाई ओवर की कंस्ट्रक्शन दो फेज में की जाए। 

मिनिस्ट्री ने 2016 में इस प्रोजैक्ट को हरी झंडी दी थी लेकिन तब से लेकर अब तक इस पर प्रशासन तेजी से काम नहीं कर पाया है। इस हाईवे से रोजाना लगभग 1.50 लाख वाहन गुजरते हैं।

जी.एम.सी.एच.-32 से 300 मीटर पहले से निर्माण शुरू होगा :
प्रशासन अब जल्द से जल्द कंसल्टैंट अप्वाइंट करने की तैयारी में हैं। शुरुआती प्लान के अनुसार जी.एम.सी.एच.-32 से 300 मीटर पहले से फ्लाई ओवर के का काम शुरू होगा। रेलवे ओवरब्रिज के पास तक यह बनेगा। 

इसके साथ ही रेलवे ओवरब्रिज से लेकर जीरकपुर फ्लाईओवर तक 4 किलोमीटर की एलिवेटिड रोड भी बनेगी। हालांकि मिनिस्ट्री ऑफ रोड्स, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे ने इसकी लंबाई थोड़ी कम करने के लिए कहा है जिससे कि फ्लाई ओवर का बजट कम किया जा सके। 

Priyanka rana

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