सुखना लेक के संरक्षण को टैक्नीकल कमेटी गठित, एक माह में देगी रिपोर्ट

Tuesday, Jul 17, 2018 - 03:05 PM (IST)

चंडीगढ़ (साजन): सुखना लेक के संरक्षण के लिए गठित टैक्नीकल कमेटी एक माह के भीतर सुखना वेटलैंड घोषित करने और इसे बचाने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। सुखना वेटलैंड अथॉरटी की सोमवार को हुई मीटिंग में यह कमेटी गठित की गई। अथॉरिटी की पहली मीटिंग प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। 

 

चीफ कंजरवेटर फोरेस्ट (सी.सी.एफ.) इस टैक्नीकल कमेटी के चेयरमैन होंगे। सुखना वेटलैंड को अभी तक नोटिफाई नहीं किया जा सका है लेकिन इसकी नोटीफिकेशन जारी होने के बाद सुखना लेक के आसपास होने वाली कई गतिविधियों को रैगुलेट किया जा सकेगा। मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेस्ट एंड एन्वायरमैंट ने नवंबर, 2017 में नोटिफिकेशन जारी की थी जिसमें अथॉरिटी बनाकर अपने स्तर पर ही सुखना लेक को वेटलैंड घोषित करने के निर्देश दिए थे। 

 

पर्यावरण एक्ट पूरी तरह से लागू होगा 
सुखना को वेटलैंड घोषित करने को लेकर ड्राफ्ट नोटीफिकेशन हो चुकी है लेकिन फाइनल नोटिफिकेशन टैक्नीक ल कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही की जाएगी। सुखना में होने वाली एक्टीविटीज से लेकर बाकी हर मंजूरी अथॉरिटी से लेनी पड़ेगी। 

 

लेक में पर्यावरण एक्ट पूरी तरह से लागू होगा। कैचमेंट एरिया से लेक की तरफ आने वाले पानी में जहां भी अड़चनें हैं, उन्हें जल्द दूर किया जाएगा। वेटलैंड ईको सिस्टम के कैचमैंट एरिया में पानी के फ्लो से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। 

 

इंडस्ट्रीज और शहर के अन्य हिस्सों से आने वाले वेस्ट को यहां नहीं डाला जा सकेगा। लेक की नेचुरल ऐसेंस को नुक्सान पहुंचाने वाली मोटर बोट भी नहीं चलाई जा सकेंगी।ऐसे बचेगी सुखना

 

सुखना में आ रहे सीवरेज के पानी को रोकने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठाने जा रहा है। साथ लगते पंजाब और हरियाणा के इलाकों से जो गंदा पानी लेक में आकर गिरता है उसे रोकने के लिए जल्द कार्रवाई की जाएगी। लेक  की परिधि में अतिक्रमण न हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा। 

 

लेक को साफ रखने के लिए सिटको के टूरिज्म विंग के साथ विस्तृत प्लान तैयार होगा। वहीं प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग की भी ड्यूटी है कि वह सुखना को सही तरीके से मैंटेन रखे। लोगों की राय लेने के लिए ग्रीवैंस रिड्रैसल सैल भी बनेगा। 

Punjab Kesari

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