जीरो पीरियड में छात्रों को पढ़ाई जाएगी नैतिक शिक्षा

Wednesday, Nov 14, 2018 - 09:50 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों में बढ़ती जा रही अपराधिक प्रवृति ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। छात्रों को सही रास्ते पर लाने के लिए शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में छात्रों को नैतिक शिक्षा देने के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों में हर जीरो पीरियड में छात्रों को मोरल वैल्यूज यानी नैतिक शिक्षा के बारे में पढ़ाएं, ताकि छात्रों में नैतिक मूल्यों का समावेश कर उनके भीतर की आपराधिक प्रवृति को खत्म किया जा सके। निर्देश के अनुसार स्कूलों को हर रोज लगभग पांच मिनट के लिए छात्रों को इन वैल्यूज के बारे में बताना होगा। गौरतलब है कि पिछले माह शहर के  एक सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा के नाबालिग छात्र द्वारा पहली कक्षा की मासूम छात्रा के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। 

बिना पास नहीं मिलेगी बाहर जाने की परमिशन
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी छात्र  बिना क्लास पास के क्लास से बाहर न भेजा जाए। इसके  साथ ही बाहर जाने वाले छात्रों का ध्यान भी रखा जाए कि कौन सा छात्र कितनी देर में आया। वहीं एडवाइजरी के अनुसार बॉयज और गल्र्स स्टूडैंट के लिए अलग अलग पास होगा।

एडवाइजरी की अन्य मुख्य बातें
- एन.सी.पी.सी.आर. गाइडलाइंस के अनुसार बच्चों में संवेदनशीलता से ‘गुड टच बैड टच’ के बारे में बताया जाए।
- सभी स्कूलों के टायलेट के पास सी.सी.टी.वी. कैमरे हों, यदि नहीं हैं, तो स्कूल प्रिंसिपल तुरंत इसे लगाने के लिए इंजीनियरिंग डिपार्टमैंट को पत्र लिखे।

30 दिन होगी सी.सी.टी.वी. कैमरों की रिकार्डिंग
बता दें पिछले माह हुई सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा के नाबालिक छात्र द्वारा पहली कक्षा की मासूम छात्रा के साथ दुष्कर्म की वारदात को टॉयलेट में ही अंजाम दिया था, जिसके चलते विभाग द्वारा एडवाइजरी में सभी सरकारी स्कूलों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने की हिदायत दी गई है। कैमरे टॉयलेट्स के पास से लेकर स्कूल कैंपस, कोरिडोर एवं टॉयलेट्स के गेट पर लगाए जाएंगे। कैमरों में रिकार्डिंग 30 दिन की होनी चाहिए, जिसकी हर जांच का जिम्मा स्कूल प्रिंसिपल को दिया गया है।

bhavita joshi

Advertising