प्रबंधन टैंडरों में फंसा रहा, दो साल से मरीज चढ़ रहे सीढिय़ां

punjabkesari.in Wednesday, Nov 14, 2018 - 10:49 AM (IST)

पंचकूला (आशीष): हरियाणा के बैस्ट अस्पतालों की गिनती में आने वाले पंचकूला के जनरल अस्पताल में पिछले दो साल के अंदर दो कंडम लिफ्ट अब तक नहीं बदली गई हैं। अस्पताल प्रबंधन टैंडरों में फंसा रहा और अढ़ाई साल तक मरीज सीढिय़ां चढ़ते रहे। पंचकूला के इस 300 बेडिड अस्पताल में 190 मरीजों के ब्लॉक में टैंडर अलॉट होने के बाद भी दो लिफ्टें अढ़ाई साल तक चेंज नहीं करवाई गई हैं। पहले इसका बजट फाइनल न होने की बाते बताई आई थी। 

इसके बाद अब जब टैंडर अलॉट हो गया तो लिफ्टें लगाने में भी पांच महीने का टाइम लगने की बात सामने आई थी। हॉस्पिटल के ए, बी और सी ब्लॉक में कुल 110 मरीज एडमिट हैं, जबकि जिस डी-ब्लॉक में डेढ़ साल से लिफ्ट कंडम है, वहां 190 के करीब मरीज एडमिट हैं। इन मरीजों में सर्जरी से लेकर डिलीवरी होने वाली महिलाएं भी एडमिट होती हंै। 

तीन माह बीतने के बाद भी काम अधूरा 

ब्लॉक-डी में लिफ्ट लगाने का काम 60 लाख के करीब है। इतना ज्यादा बजट होने के कारण इसका काम पी.डब्ल्यू.डी. बी.एंड आर. इलैक्ट्रिक विंग को दिया गया है। लिफ्ट लगाने वाली कंपनी ने सबसे कम बजट में लिफ्ट लगाने का टैंडर लिया है। इसके चलते अब अस्पताल के ब्लॉक-डी में इसकी इंस्टॉलेशन का काम शुरू करवाना था। जो तीन माह से अधिक समय व्यतीत होने के बावजूद काम अधूरा पड़ा है। 

अभी तक सिर्फ पुरानी लिफ्ट का पैनल ही बदला
जनरल अस्पताल में मरीजों के ब्लॉक में पिछले दो साल से लिफ्ट कंडम पड़ी है, जिसकी जगह नई लिफ्ट लगाने का काम शुरू होना था, जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। हर बार अस्पताल प्रबंधन वी.वी.आई.पी. मूवमैंट पर इस कंडम डिक्लेयर लिफ्ट को ढक लेता है। तीन माह पहले पी.डब्ल्यू.डी., बी.एंड आर. इलैक्ट्रिक विंग ने ब्लॉक-डी में कंडम डिक्लेयर हुई लिफ्ट की जगह नई लिफ्ट को इंस्टॉल करने का काम शुरू करना था। अभी तक सिर्फ पुरानी लिफ्ट के पैनल को बदला गया है। इसके अलावा यहां पुरानी वायरिंग भी चेंज होनी थी ताकि नई लिफ्ट इंस्टॉल करने में कोई दिक्तत न हो। 


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bhavita joshi

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