रेहड़ी-फड़ी वालों को जल्द मिलेंगे लाइसैंस

Wednesday, Jun 14, 2017 - 10:48 PM (IST)

चंडीगढ़, (राय): स्ट्रीट वैंडर एक्ट के तहत शहर के वैंडरों को लाइसैंस देने का काम शीघ्र शुरू करने को लेकर पंजाब के राज्य व चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनोर ने बुधवार को यू.टी. गैस्ट हाऊस में बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने चीफ आर्कीटैक्ट को निर्देश दिए कि इसका काम जल्द पूरा करके रिपोर्ट निगम को सौंपी जानी चाहिए।

आर्कीटैक्ट ने बताया कि तीन सैक्टर-17, 19 व 22 को नॉन वैंडिंग जोन बनाना तय है और इसके लिए वह सिर्फ अंतिम सर्वे पूरा होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतिम सर्वे में वह सभी पार्षदों, वैंडरों व लोगों की राय लेना चाहते हैं, ताकि बाद में उन्हें किसी भी प्रकार के विरोध न झेलना पड़ा। उन्होंने बताया कि वह एक हफ्ते के अंदर अंतिम सर्वे करके इसकी रिपोर्ट निगम को सौंप देंगे।

इस बैठक में नगर निगम की मेयर आशा जायसवाल ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि अगर जल्द प्रशासन से पूरी रिपोर्ट उन्हें मिल जाती है तो वह इसी माह हाऊस की बैठक में नॉन वैंडिंग जोन को फाइनल अप्रूवल के लिए प्रस्ताव लेकर आएंगे।

अगर इसमें देरी हुई तो वह इसे लेकर हाऊस की स्पैशल मीटिंग भी बुला लेंगी। मेयर ने बताया कि इन तीनों सैक्टरों में 58 जगह ऐसी है, जिन्हें कि नॉन वैंडिंग जोन में शामिल किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि निगम ने सभी सैक्टरों में रेहड़ी फड़ीवालों को लाइसैंस देने के लिए सर्वे करवाया था, जिसमें कि सामने आया था कि शहर में कुल 21622 वैंडर हैं। अब नॉन वैंडिंग जोन तय करने के बाद निगम ने उन्हें लाइसैंस देने की प्रक्रिया शुरू करनी है।

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