यह कांग्रेस अध्यक्ष पद नहीं, गांधी परिवार के रिमोट का चुनाव : विज

punjabkesari.in Wednesday, Oct 19, 2022 - 07:09 PM (IST)

चंडीगढ़,(पांडेय): हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव पर तंज कसते हुए कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष पद नहीं, बल्कि गांधी परिवार के रिमोट का चुनाव है। पत्रकारों से बातचीत में विज ने कहा कि तय यह होना है कि गांधी परिवार का रिमोट दोनों में से कौन बनेगा।
कांग्रेस का तो इतिहास ही नहीं नॉन कांग्रेस का। इन्होंने सीताराम केसरी को बनाया था और बाद में उन्हें उठाकर दफ्तर से बाहर फैंका था। सबसे पहले 1939 में सुभाष चंद्र बोस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े थे। गांधी के प्रत्याशी सीता रमैया थे जो कि सुभाष चंद्र बोस से हार गए थे। मगर, सुभाष चंद्र बोस अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके थे और उन्हें अध्यक्ष पद छोडऩे के लिए मजबूर कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अलग से अपनी पार्टी बनाई। 

 


विज ने कहा कि यह तो गांधी परिवार के बिना पार्टी चला ही नहीं सकते। मैं यह पूछना चाहता हूं कि यह किस बात के गांधी है। मैंने महात्मा गांधी का पूरा फैमिली ट्री देखा है जिसमें कहीं पर भी नेहरू परिवार से उनका कोई संबंध नहीं दिखा। वास्तव में इंदिरा गांधी की शादी फिरोजशाह गैंडी से हुई थी और वह गांधी नहीं थे। अब इन्होंने गैंडी को गांधी बना दिया और महात्मा गांधी का नाम चुरा लिया, यह किस बात के गांधी हैं। 
 

 

होमगाडर््स की भर्ती के विज्ञापन फर्जी, भर्ती पर लगी है रोक : विज
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेशवासियों व आमजन को सचेत करते हुए अपील की है कि राज्य के होमगाडर््स विभाग द्वारा स्वयं सेवकों का पंजीकरण नहीं किया जा रहा है, इसलिए शरारती तत्वों से सावधान रहें और किसी भी व्यक्ति या असामाजिक तत्व के झांसे में न आएं। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों का पंजीकरण नि:शुल्क होता है और जिलों में यह पंजीकरण नहीं किया जाता है। इसलिए शरारती तत्वों से सावधान रहें क्योंकि असामाजिक तत्व पैसे ऐंठने की नीयत से आपको भर्ती/पंजीकरण का झांसा दे सकते हैं। विज ने कहा कि यदि इस प्रकार का कोई असामाजिक तत्व आपको फंसाने की कोशिश करे तो कृपया होमगार्ड्स के राज्य मुख्यालय पर तुरंत सूचित करें।
 

 

राम रहीम की पैरोल के बारे में जेल विभाग देगा जवाब
दो हत्या और साध्वियों के यौन शोषण मामले में सजायाफ्ता गुरमीत सिंह राम रहीम की पैरोल के मामले में गृह मंत्री ने साफ किया कि यह मामला जेल विभाग के अधीन आता है। उन्होंने कहा कि इस पैरोल से आदमपुर उपचुनाव और पंचायत चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। इस मामले को विपक्षी दलों की ओर से बेवजह तूल दिया जा रहा है। वहीं राम रहीम के ऑनलाइन कार्यक्रम में करनाल की मेयर के शामिल होने के बारे में विज ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी का अनुयायी हो सकता है इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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