हाईटैक बन अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही हरियाणा पुलिस

Sunday, Mar 05, 2023 - 07:35 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा पुलिस ने आधुनिक पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य करते हुए केंद्र सरकार की बहुप्रतीक्षित परियोजना इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आई.सी.जे.एस.) को सफलतापूर्वक लागू किया है। इसे प्रदेश पुलिस को हाईटैक बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा लागू आई.सी.जे.एस. परियोजना को गृह मंत्रालय के जरिए पूरे देश में कार्यान्वित किया गया है जिस पर प्रदेश पुलिस आधुनिक पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रही है।

 

 


पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि परियोजना को केंद्रीय क्षेत्र की योजना के रूप में प्रदेश में लागू किया गया है। हरियाणा पुलिस ने आई.सी.जे.एस. परियोजना का उपयोग करते हुए 45 वाहनों को ट्रेस करने में, 67 उद्घोषित अपराधियों व बेल जंपर्स और 2 मोस्ट वांटेड अपराधियों को ढूंढने में सफलता प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त उक्त डेटा पर ही 4 एफ.आई.आर. भी प्रदेश में दर्ज की गई हैं।  
 

 

 

 

एक डेटा, एक एंट्री के सिद्धांत पर कार्य करता है सॉफ्टवेयर
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आई.सी.जे.एस. परियोजना यानी के इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के पहले चरण में अलग-अलग आई.टी. सिस्टम को लागू और व्यवस्थित किया गया है। इन सिस्टम को रिकॉर्ड को सर्च करने में भी सक्षम बनाया गया है। वहीं चरण-2 के तहत इस सिस्टम को ‘एक डेटा, एक एंट्री’ के सिद्धांत पर तैयार किया गया है, जिसके तहत डेटा केवल एक कॉलम में केवल एक बार दर्ज किया जाता है और फिर वही डेटा अन्य सभी कॉलम में दर्ज हो जाता है। 
 

 

 

राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो पर है परियोजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी 
राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो निदेशक ओ.पी. सिंह ने बताया कि आई.सी.जे.एस. सिस्टम को हाई स्पीड कनैक्टिविटी के साथ एक डेडिकेटिड और सिक्योर्ड क्लाउड बेस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए उपलब्ध करवाया जा रहा है। प्रदेश में परियोजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो पर है। इंटर ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम मुख्य आई.टी. सिस्टम के एकीकरण के लिए एक राष्ट्रीय प्लेटफार्म है, जिसका इस्तेमाल 5 कॉलम के जरिए देश में आपराधिक न्याय को लागू करने के लिए किया जाता है। पुलिस (अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग और नैटवर्क प्रणाली), फॉरैंसिक लैब के लिए ई-फॉरैंसिक, न्यायालयों के लिए ई-कोर्ट, लोक अभियोजकों के लिए ई-प्रॉसीक्यूशन, जेलों के लिए ई-जेल।

 

 

 

इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रदेश पुलिस जेलों में बंद अपराधियों का पूर्ण रिकॉर्ड रहता है। नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा सी.सी.टी.एन.एस./इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आई.सी.जे.एस.) में अच्छी प्रथाओं पर एक वाॢषक सम्मेलन का आयोजन किया गया था। उक्त सम्मेलन में हरियाणा पुलिस ने आई.सी.जे.एस. परियोजना के सर्वश्रेष्ठ क्रियान्वयन की श्रेणी में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 
 

Ajay Chandigarh

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