सोलर पैनल के लिए टैंडर जारी, क्रेस्ट ने कम्पनियों से मांगे प्रोपोजल

punjabkesari.in Thursday, Jan 24, 2019 - 11:56 AM (IST)

चंडीगढ़(विजय) : मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूअबल एनर्जी की ओर से जो टारगेट चंडीगढ़ प्रशासन को दिया गया है। अभी उसे अचीव करने में काफी अड़चनें सामने आ रही हैं। यही वजह है कि अब चंडीगढ़ रिन्यूअबल एनर्जी एंड साइंस एंड टैक्नोलॉजी प्रोमोशन सोसाइटी (क्रेस्ट) उन सभी सरकारी ईमारतों की छतों को इस्तेमाल करने का फैसला लिया है, जहां पर सोलर पैनल लगाने की गुंजाइश बची है। 

इसके लिए क्रेस्ट ने कंपनियों से रिक्वेस्ट फॉर प्रोपोजल मांगे हैं। प्रोपोजल में कंपनियों को शहर में 3000 किलोवॉट के सोलर पैनल लगाने का कांट्रैक्ट दिया जाएगा। इस संबंधी क्रेस्ट की ओर से टेंडर जारी कर दिया गया है। बता दें कि सभी सोलर फोटोवॉल्टिक रूफटॉप प्लांट ग्रिड से कनैक्ट होंगे। 

क्रेस्ट की योजना है कि अधिक से अधिक सरकारी ईमारतों में आने वाले समय में कम से कम पारंपरिक बिजली का इस्तेमाल हो। यही वजह है कि इंस्टीट्यूशंस को भी इस प्रोजैक्ट के तहत लाया जाएगा। क्रेस्ट ने 15 फरवरी तक कंपनियों से प्रोपोजल मांगे हैं। 

एनर्जी मीटर्स भी लगेंगे :
क्रेस्ट की कंडीशंस है कि कंपनियों को 10 किलोवाट के प्लांट में एनर्जी मीटर्स भी लगाने होंगे, जिससे पूरी डिटेल मिल सके कि प्लांट से कितनी एनर्जी जनरेट हो रही है। एनर्जी मीटर्स में यह भी फीचर होना चाहिए कि एक फेज से पॉवर एक्सपोर्ट की जाए सके तो उसी समय अन्य दो फेज से बिजली को इम्पोर्ट करने में किसी भी प्रकार की अड़चन न हो।

सबसे बड़े प्रोजैक्ट के शुरू होने का इंतजार :
शहर का सबसे बड़ा सोलर प्रोजैक्ट अभी भी यू.टी. प्रशासन के ऑफिसर्स की फाइलों में बंद है। 2015 में चंडीगढ़ प्रशासन ने पटियाला की राव में सोलर प्रोजैक्ट शुरू करने की योजना बनाई थी। इसके लिए बकायदा पूरी प्लानिंग भी कर ली गई थी। अभी भी यह प्रोजैक्ट शुरू नहीं हो पाया। अगर यह प्रोजैक्ट पूरा होता है तो इससे लगभग 25 मैगावॉट सोलर एनर्जी चंडीगढ़ को मिलेगी। सूत्रों के अनुसार क्रेस्ट इस प्रोजेक्ट को शुरू कर सकता है।


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Priyanka rana

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