स्मार्ट होंगे पैक के डस्टबिन, सैंसर खुद भेजेगा खाली करने का मैसेज

Thursday, Apr 19, 2018 - 11:03 AM (IST)

चंडीगढ़ (हंस): पंजाब इंजीनियरिंग कालेज (पैक) में बुधवार को दो दिवसीय टैक्निकल इवैंट ‘ओपन हाऊस-2018’ का समापन हो गया। इसमें करीब 26 कालेजों के 300 स्टूडैंट्स ने हिस्सा लिया। प्रोजैक्ट में शामिल स्टूैंडट ने एक ऐसा नेबूलाइजर तैयार किया है, जो बिना बिजली के चल सकता है। यह एक सस्ते किस्म का नेबूलाइजर है, जिसमें चार खाली प्लास्टिक की बोतलों कोनेबूलाइजर के मॉस्क के साथ जोड़ा है। 

 

इस नेबूलाइजर को हैंड पंपिंग के साथ चलाया जा सकता है। नेबूलाइजर का वजन 800 ग्राम है। करीब 600 रुपए खर्च हुए। नेबूलाइजर को प्रो. संजीव कुमार की गाइडैंस में सुशील पांडे, उदय, वीर सिंह, इशान शर्मा, मोंटेक सिंह ने तैयार किया है। 

 

नेबूलाइजर क अलावा स्टूडैंट्स के द्वारा तैयार किए गए प्रोजैक्ट को डिस्प्ले भी किया गया था। पैक के डा. दिव्या बंसल ने स्टूडैंट लाइफ की वीडियो दिखाई। पैक के डायरैक्टर डा. मनोज के अरोड़ा ने स्मार्ट सिटी पर अपने विचार रखे। स्टूडैंट्स को 85 हजार रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

 

स्मार्ट डस्टबिन
स्मार्ट डस्टबिन तैयार किया है जो भरने पर खुद ही नगर निगम को इसकी जानकारी दे देगा। इसके बाद नगर निगम खुद ब खुद इस डस्टबिन को खाली कर देगा। पेक के कंप्यूटर साइंस के स्टूडैंट्स अनुष्का, आरुषि, प्रेमा शर्मा, शिवांगी चोपड़ा ने यह स्मार्ट डस्टबिन तैयार किया है। 

 

स्टूडैंट्स नेबताया कि  कई बार डस्टबिन पूरी तरह भर जाते हैं जिसकी जानकारी निगम को नहीं मिल पाती। लेकिन इन स्मार्ट डस्टबिन में ऐसे सैंसर फिट किए गए हैं जो भरे हुए स्मार्ट डस्टबिन की जानकारी निगम को देंगे। 

 

थ्री-डी प्रिंटर पर काम रहे हैं पैक स्टूडैंट्स
पैक के स्टूडैंट्स एक ऐसे थ्री डी प्रिंटर पर काम कर रहे हैं जो एक ही नोजल से कई तरह के मैटीरियल पर काम कर सके। स्टूडैंट ने साईन लैंगुएज गलबस, नए किस्म का स्टेयरिंग सिसट्म, किसानों के लिए रोटवेटर बलेड, नासा के लिए नई किस्म का सैटेलाइट जो पेलेनट पर आसानी से जा सके। 

 

सोलर पैनल बनाया 
पैक के मैटीरिल एवं मैटल्यूरिजिकल इंजीनियरिंग विभाग के स्टूडैंट्स ने एक ऐसा पैराबोलिक मॉडल तैयार किया  है जो ज्यादा हीट आबजर्व कर सकते हैं। स्टूडैंट्स ने कांच के ग्लास पर एल्युमीनियम का सैलर पैनल बनाया है जो ज्यादा हीट को आबजर्व कर सकता है। स्टूडैंट्स सिमरन कतयाल, हनीष गर्ग, सुप्रिया भल्ला, सौरभ सिंह, करन डोगरा ने यह मॉडल बनाया है। 

 

हैड बैंड किया तैयार
सरवाईकल के मरीज को क्या-क्या एक्सरसाईज करनी चाहिए या कोई व्यक्ति सरवाईकल का मरीज न बने, इसके लिए पैक स्टूडैंट्स ने हैडबंैड तैयार किया है। यह हैडबैड पहनने पर मरीजों को सभी एक्सरसाइज के बारे में  जानकारी देगा। इसे ब्ल्यू टूथ के जरिए एप्प से जोड़ा गया।

 

लकड़ी को काटें किसी भी आकार में
पैक के स्टूडैंट्स ने पवनीत, पूनरदीप, विराल और मेहुल ने डिजाइन एंड फैब्रीकेशन ऑफ पैंटोराऊटर तैयार किया है। जिसमें लकड़ी को रखकर किसी भी आकार में काटा जा सकता है। 

 

इन्हें दिया गया सम्मान
पैक के टैक्नीकल इवैंट में सर्किटल ब्रांचिस में ब्रेल टैबलेट जो बैकसाईड से वॉयस कमांड प्रयोग करता है। पहले स्थान पर आई वोट सैकेंड स्थान पर, बोन कंडक्शन हियरिंग सिस्टम तीसरे स्थान पर रहा। वहीं नॉन सर्किटल ब्रांचिस में डिजाइन एंड फैब्रिकैटों ऑफ लॉ स्पीड वाटर ट्यूनल, पहले, थिन फिल्म कोटेड फॉस एबसोरबैंस बीयांड विजीबल स्पैक्टरा दूसरे और ह्यूमन पावर नेबुलाईजर तीसेर स्थान पर रहा। 

 

इसके अलावा टेक्नीकल सोसायटी में  गैस्टर कंटरोल व्हील चेयर पहले, लई-फाई दूसरे और रोबोटिक आर्म तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं स्पैशल अवार्ड स्मार्ट शू फॉर ब्लाइंड बनाने के लिए स्टूडैंट्स को दिया गया।

 

हवा के  रुखके साथ घूमती है पवन चक्की 
हवा के रूख के साथ कहीं भी घूम जाए ऐसी पवन चक्की बनाई है पैक के स्टूडैंट ने। यह आठ घंटे में 180 वोल्ट जैनरेट कर सकता है। हालांकि बड़े स्तर यह और ज्यादा बिजली पैदा कर सकती है। यह पवन चक्की आर.पी.एम. मैकेनिज्म के  तहत तैयार की गई है। इसे सौरभ मनचंदा और श्रेया मैन नेे तैयार किया है।

Punjab Kesari

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