स्मार्ट ग्रिड प्रोजेक्ट : पायलट प्रोजैट अधर में, मिनिस्ट्री ने पूरे शहर के लिए फंड किया अप्रूव

punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 12:33 PM (IST)

चंडीगढ़  (राजिंद्र शर्मा) :  चंडीगढ़ प्रशासन का शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का पायलट प्रोजेक्ट अभी अधर में है, वहीं मिनिस्ट्री ने पूरे शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए फंड अप्रूव कर दिया है। पूरे शहर के लिए करीब 241 करोड़ रुपये का ये स्मार्ट ग्रिड प्रोजेक्ट है, जो राशि दो मिनिस्ट्री की तरफ से अप्रूव कर दी गई है। फिलहाल प्रशासन का इलेक्ट्रिसिटी विभाग पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेक्टर-47 में स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रहा है, लेकिन वो काम भी ढीला ही चल रहा है और लॉक डाउन लगने के बाद उसमें और देरी हो रही है। 

 

इस संबंध में यूटी सुपरिटेंडिंग इंजीनियर सीडी सांगवान ने बताया कि मिनिस्ट्री ने इस प्रोजेक्ट के लिए 241 करोड़ रुपये के करीब फंड अप्रूव कर दिया है, इसलिए वह जल्द ही अब पूरे शहर में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर सकेंगें। अभी फिलहाल वह लॉक डाउन के बाद पायलट प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने का प्रयास करेंगे। 

 

बता दें कि हाल ही में विभाग को 5 हजार स्मार्ट मीटर की डिलीवरी मिल गई थी, जबकि 500 मीटर पहले ही उसके पास प्रोजेक्ट के लिए पड़े थे। अब तक 500 से 600 मीटर इंस्टॉल किए जा चूके हैं, लेकिन लॉक डाउन की वजह से इस पर आगे काम नहीं हो पाया। विभाग ने जून 2020 तक चार सेक्टरों और छह गांवों में 30 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का काम पूरा करना था, जिसमें अब समय लगेगा। ये कुल 28 करोड़ रुपये का पायलट प्रोजेक्ट है।

 

इन सेक्टरों और गांवों में काम होगा पूरा :
विभाग की सब डिवीजन नंबर 5 के अंदर पहले ये सभी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसके अंदर जो सेक्टर और गांवों आते हैं, उनमें इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1, 2, सेक्टर-29, 31, 47, 48, राम दरबार, गांव फैदां, हल्लोमाजरा, बहलाना, रायपुर कलां, मखनमाजरा और दड़वा आदि गांव शामिल हैं। इसे एडवांस्ड मिटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नाम दिया गया है।


 

सकाडा से कंट्रोल होना है पूरा प्रोजेक्ट :
इस पायलट प्रोजेक्ट का कंट्रोल बिजली विभाग में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजेशन (सकाडा) से होगा। चंडीगढ़ प्रशासन ने स्मार्ट ग्रिड प्रोजेक्ट के तहत सेक्टर-18 में स्काडा सेंटर बनाने का काम भी लगभग पूरा कर लिया है। इस कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी किसी भी कंज्यूमर की कंजप्शन ज्यादा होने पर बिजली कट लगा देगा। साथ ही उसे मैसेज भी देगा। वहीं इसमें लाइन टूटने या फॉल्ट का भी पता लगता रहेगा। 

 

इसमें एरिया के उपभोक्ता की बिजली चली जाने पर दूसरे सब स्टेशन से सकाडा के कंप्यूटराइज सिस्टम से ऑटोमेटिक जोड़ी जाएगी। स्मार्ट मीटर का कंट्रोल बिजली विभाग के ऑफिस में होगा, बिलिंग भी सकाडा रूम से ही जेनरेट हो सकेंगी। स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी का पता सकाडा में कंप्यूटर पर बैठे कर्मचारी को लग सकेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

pooja verma

Recommended News

Related News