स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट: कंपनी फाइनल सात महीने में पूरा हो जाएगा काम

Saturday, Oct 20, 2018 - 10:28 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र): मिनिस्ट्री से अप्रूवल के बाद चंडीगढ़ प्रशासन के स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट पर आखिरकार काम शुरू होने जा रहा है। पायलट प्रोजैक्ट के लिए प्रशासन ने कंपनी फाइनल कर ली है, जिसके तहत चार सैक्टरों और छह गांवों में 30 हजार स्मार्ट मीटर लगने हैं। 

 

ये कुल 28 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट है, जिसका काम सात माह में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा पूरे शहर में प्रशासन ने स्मार्ट ग्रिड प्रोजैक्ट 241 करोड़ रुपए में पूरा करना है। प्रशासन ने 260 करोड़ रुपए की इस प्रोजैक्ट के लिए मांग की थी, लेकिन मिनिस्ट्री ने पिछले माह 241 करोड़ रुपए को मंजूरी दे दी थी। वहीं पायलट प्रोजैक्ट के लिए मिनिस्ट्री ने पहले ही 28 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए थे। 

 

इन सैक्टरों और गांवों में लगने हैं स्मार्ट मीटर
विभाग की सब डिवीजन नंबर 5 के अंदर ये सभी स्मार्ट मीटर लगने हैं। इसके अंदर जो सैक्टर और गांव आते हैं, उनमें इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1, 2, सैक्टर-29, 31, 47, 48, राम दरबार, गांव फैदां, हल्लोमाजरा, बहलाना, रायपुर कलां, मखनमाजरा और दड़वा आदि गांव शामिल हैं। इसे एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नाम दिया गया है। 

 

गौरतलब है कि गत 31 जुलाई को मिनिस्ट्री की इम्पॉवरड कमेटी की इस संबंध में मीटिंग थी, जिसमें प्रोजैक्ट पर कमेटी द्वारा कुछ आपत्तियां दर्ज करवाई गई। इसके बाद गत 3 अगस्त को प्रशासन ने इस आपत्तियों को दूर करके दोबारा प्रोजैक्ट रिपोर्ट सबमिट कर दी थी। इसके बाद ही मिनिस्ट्री की फानैंशियल स्टैंडिंग कमेटी ने इसे प्रिंसीपल अप्रूवल दी थी।


सकाडा से कंट्रोल होना है पूरा प्रोजैक्ट 
इस पायलट प्रोजैक्ट का कंट्रोल बिजली विभाग में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजेशन (सकाडा) से होगा। इस कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी किसी भी कंज्यूमर की कंजप्शन ज्यादा होने पर बिजली कट लगा देगा। साथ ही उसे मैसेज भी देगा। वहीं इसमें लाइन टूटने या फॉल्ट का भी पता लगता रहेगा। सकाडा से ही संबंधित एस.डी.ओ. को डायरैक्शन होगी। 

 

इसमें एरिया के उपभोक्ता की बिजली चली जाने पर दूसरे सब स्टेशन से सकाडा के कंप्यूटराइज सिस्टम से ऑटोमैटिक जोड़ी जाएगी। स्मार्ट मीटर का कंट्रोल बिजली विभाग के ऑफिस में होगा, बिलिंग भी सकाडा रूम से ही जैनरेट हो सकेगी। 

 

स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी का पता सकाडा में कंप्यूटर पर बैठे कर्मचारी को लग सकेगा। उसके खिलाफ  वहीं से शिकायत भी दर्ज करवाई जा सकेगी। इसके साथ ही कंट्रोल रूम से ही संबंधित उपभोक्ता का कनेक्शन भी कट किया जा सकेगा।


 

pooja verma

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