शिवालिक व्यू होटल घाटे में पिछले साल के मुकाबले बढ़ा लॉस

punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2019 - 12:35 PM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : चंडीगढ़ इंडस्ट्रीयल एंड टूरिज्म डिवैल्पमैंट कार्पोरेशन (सिटको) ने अपनी सभी यूनिटों और होटलों की परफॉर्मैंस रिपोर्ट पेश कर दी है। सैक्टर-17 स्थित शिवालिक व्यू  होटल का घाटा पहले से बढ़ गया है। 

अप्रैल से जुलाई की परफॉर्मैंस रिपोर्ट में शिवालिक व्यू का 50.26 लाख रुपए का घाटा बताया गया है, जबकि अगर पिछले साल का रिकार्ड देखा जाए तो ये घाटा कम था। इसके अलावा पार्क व्यू होटल और स्टील डिपो का प्रॉफिट भी पहले से कम हुआ है, जबकि सैक्टर-10 स्थित माऊंट व्यू होटल इस बार 44 लाख रुपए प्रॉफिट में है। 

यू.टी. सचिवालय की कैंटीन का प्रॉफिट भी घटा :
अगर शिवालिक व्यू के पिछले साल के चार माह की रिपोर्ट देखी जाए तो उस समय होटल 21.40 लाख रुपए लॉस में था, जो इस साल की रिपोर्ट में कहीं ज्यादा बढ़ गया है। वहीं, वर्ष 2017 की रिपोर्ट में शिवालिक व्यू 34.95 लाख रुपए प्रॉफिट में था। इसी तरह स्टील सेल्स डिपो के प्रॉफिट में भी गिरावट आई है। यही वजह है कि सिटको इसके खाली पड़े स्पेस को शादी समारोह के लिए खोलने पर विचार कर रहा है।

सेल्स डिपो इस बार 25.04 लाख रुपए प्रॉफिट में रहा है, जबकि पिछले वर्ष  इसका प्रॉफिट 65.25 लाख रुपए और वर्ष 2017 में 105.12 लाख रुपए था। इसी तरह सैक्टर-24 स्थित पार्क व्यू होटल का प्रॉफिट पिछले साल 85.61 लाख रुपए से घटकर 42.97 लाख रुपए रह गया है। इसके साथ ही यू.टी. सचिवालय की कैंटीन का प्रॉफिट भी पिछले साल के मुकाबले कम हुआ है। 

बुकिंग के लिए कर रहे ऑनलाइन ट्रैवल एजैंसियों से संपर्क :
सिटको के एक अधिकारी ने बताया कि शिवालिक व्यू होटल घाटे में है और इसको घाटे से उबारने के लिए वह कई तरह से प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए ऑनलाइन ट्रैवल एजैंसियों के साथ संपर्क कर रहे हैं, ताकि रूम सेल को बढ़ाया जा सकें। इसके साथ ही ग्राऊंड फ्लोर पर डिस्कोथेक को भी आऊटसोर्स कंपनी को चलाने के लिए दे रहे हैं, ताकि इससे और अधिक राजस्व प्राप्त किया जा सके। 

पूरे खर्चे दिखाएंगे तो सभी यूनिट होंगी लॉस में : कमेटी
सिटको ज्वाइंट एक्शन कमेटी से प्रेमलाल और राजीव कोहली ने बताया कि विभाग की तरफ से जो रिपोर्ट पेश की गई है, अभी उसमें पूरे खर्चे नहीं दिखाए गए हैं। अगर इसमें पूरे खर्चे दिखाए जाएंगे तो सभी होटल घाटे में चले जाएंगे। 

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की ग्रैच्यूटी और डेथ केस में दिए जाने वाले अन्य लाभ पे करने के बाद सभी की रिपोर्ट में घाटा ही निकलेगा, इसलिए इन्हें प्रॉफिट में कहना सही नहीं होगा। वहीं, कमेटी से ही बलवीर सिंह ने बताया कि सिटको में स्टाफ की कमी नहीं है लेकिन इसका सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है। 

कई विभागों में बेवजह कर्मचारी तैनात किए हुए हैं, जबकि उनका वहां कोई काम नहीं है। दूसरी तरफ बाहर से कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि फिजूलखर्ची को रोकने के लिए भी विभाग को काम करना होगा। 


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Priyanka rana

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