72 घंटे में 80% ब्रेस्ट कैंसर सेल्स को नष्ट कर सकता है शाश्वी रेमेडीज

punjabkesari.in Thursday, Dec 19, 2024 - 03:43 PM (IST)

चंडीगढ़। कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जिसके कई प्रकार हैं। इनमें से एक ब्रेस्ट कैंसर है जो महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है। यह महिलाओं में सबसे सामान्य कैंसर है, हालांकि पुरुषों में भी यह हो सकता है। यह तब होता है जब ब्रेस्ट की सेल्स अनकंट्रोल होकर बढ़ने लगती हैं और एक ट्यूमर बनाती हैं। यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, साल 2022 में ब्रेस्ट कैंसर से दुनियाभर में 670000 मौत हुईं। दुनियाभर में हर 5 में से 1 कैंसर का मामला ब्रेस्ट कैंसर के कारण होता है। भारत में यह संख्या और भी अधिक है, जहां महिलाओं में होने वाले कुल कैंसर मामलों में से 30% ब्रेस्ट कैंसर के हैं।

ब्रेस्ट कैंसर के लिए कई मेडिकल ट्रीटमेंट और दवाएं मौजूद हैं जिनमें सर्जरी, कीमोथेरेपी,  रेडियोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और टारगेटेड थेरेपी आदि शामिल हैं। दुनियाभर के डॉक्टर और वैज्ञानिक ब्रेस्ट कैंसर के नए इलाज और दवाएं बनाने पर काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में भारत की फार्मास्यूटिकल कंपनी शाश्वी रेमेडीज (Shashvi Remedies) ने एक नया फॉर्म्युलेशन तैयार किया है, जोकि 72 घंटे में 80% ब्रेस्ट कैंसर सेल्स को नष्ट कर सकता है। यह ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं के लिए एक बड़ी उम्मीद बन सकता है और कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।

10 साल की रिसर्च के बाद तैयार हुआ फॉर्म्युलेशन
मुंबई स्थित शाश्वी रेमेडीज ने ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए जो फॉर्म्युलेशन तैयार किया है, उसे परफेक्ट बनाने के लिए 10 सालों तक रिसर्च, डेवलपमेंट और टेस्टिंग की गई है। इसे बनाने के लिए शाश्वी रेमेडीज के फाउंडर सोनल बंसल, ए के बंसल और को-फाउंडर बिरेन्द्र सिंह नेगी, डॉक्टर किरण,  दिगंत शर्मा और उनकी टीम ने जी तोड़ मेहनत की है। यह सफलता ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में नया युग लाने के लिए तैयार है।

भारत सहित दुनियाभर में तेजी से फैल रहा ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर की दुनियाभर में सबसे सामान्य घातक रोग के रूप में पहचान की गई है। WHO और ऑन्कोलॉजी रिसर्च एजेंसियों द्वारा जारी रिसर्च डेटा के अनुसार,हर पांच में से एक कैंसर का मामला ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ा है। साल 2020 में महिलाओं में कैंसर के मामलों का सबसे बड़ा कारण रहा। दुनियाभर में महिलाओं में होने वाले कुल कैंसर मामलों में से 25% से अधिक और भारत में 30% से अधिक ब्रेस्ट कैंसर के मामले हैं। रिपोर्ट यह भी बताती है कि कैंसर के मामलों की ग्लोबल रेट सालाना 11.6% तक बढ़ने का अनुमान है।

सभी जरूरी टेस्टिंग में सफल रहा फॉर्म्युलेशन
शाश्वी रेमेडीज का यह फॉर्म्युलेशन क्लीनिकली टेस्टेड है और सभी जरूरी टेस्टिंग में सफल रहा है, जैसे-इन-विट्रो टेस्ट: 2018 और 2024 में ह्यूमन ब्रेस्ट कैंसर सेल लाइन (MCF7) पर किए गए इन-विट्रो टेस्ट में पाया गया कि इस फॉर्म्युलेशन से 72 घंटों के भीतर 80% से अधिक कैंसर सेल्स का सफाया हुआ। इसके साथ ही सेफ्टी के मामले में भी इसके रिजल्ट प्रभावित रहे। इन-विवो टेस्ट: मुंबई स्थित एक मशहूर सरकारी संस्थान में किए गए इन-विवो टेस्ट स्टडी में पाया गया कि यह फॉर्म्युलेशन हेल्दी सेल्स पर 100% सेफ है। इसे कैंसर उपचार में एक असाधारण प्रगति माना गया है।
 
सुरक्षित और असरदार है फॉर्म्युलेशन
शाश्वी रेमेडीज की डायरेक्टर और स्पोक्सपर्सन सोनल बंसल ने कहा, 'यह फॉर्मूलेशन सेफ है और इसमें अनगिनत जानें बचाने की क्षमता है। इसे बनाने के लिए करीब दस साल तक शोध और परीक्षण किए गए हैं। शाश्वी रेमेडीज की यह उपलब्धि पूरे फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कैंसर रोगियों के लिए एक बड़ी सफलता और उनके परिवारों के लिए आशा की किरण है। हमारा फॉर्मूलेशन खासकर ब्रेस्ट कैंसर सेल्स को निशाना बनाता है, जबकि इससे हेल्दी टिश्यू को कोई नुकसान नहीं होता है। साथ ही, हमारा उद्देश्य एक यूनिवर्सल ब्रेस्ट कैंसर वैक्सीन बनाना है, जो हमें उस भविष्य के करीब ले जाएगा जहां कैंसर केवल उपचार योग्य ही नहीं, बल्कि रोके जाने योग्य भी होगा।


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Content Editor

Diksha Raghuwanshi

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