मलोया का सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट 4 माह में होगा तैयार

punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 01:15 PM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र) : नगर निगम मलोया में अपने पांचवे सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट का काम जल्द पूरा करेगा। यह प्लांट 5 एम.जी.डी. क्षमता वाला है। निगम का लक्ष्य है कि चार माह में इसका काम पूरा कर दिया जाए। इस बार निगम द्वारा सिक्वैंसिंग बैच रिएक्टर्स (एस.बी.आर.) टैक्नॉलिजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें इसका बायोकैमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बी.ओ.डी.) 5 प्रतिशत से भी काम होगा, जिससे पानी से बदबू नहीं आएगी। 

इसी टैक्नॉलिजी का प्रयोग निगम 3बी.आर.डी. में अपने नए प्लांट में भी कर रहा है और सबसे कम बी.ओ.डी. लैवल अभी फिलहाल उसी प्लांट का है। निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर हरीश सैनी ने बताया कि वह तेजी से इस प्लांट पर काम कर रहे हैं और चार माह में काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद ये प्लांट शुरु हो जाएगा। इसके शुरू होने से उनकी 57 एम.जी.डी. के करीब सीवरेज के पानी को ट्रीट करने की क्षमता हो जाएगी। 

प्रोजैक्ट की लागत 32 करोड़ : 
प्रोजैक्ट की लागत 32 करोड़ रुपए है। इसमें 23 करोड़ कंस्ट्रक्शन वर्क पर खर्च होगा व बाकि की राशि अन्य कार्यों पर। निगम ने होंडा एंड कंपनी को इसका काम अलॉट किया है। इसी कंपनी ने 10 साल तक प्लांट का रख-रखाव भी करना है। निगम ने यहां पर बाऊंड्री वॉल के लिए भी टैंडर निकाल दिया है, जिसका काम भी जल्द शुरू होगा। 

प्रशासन ने दिए 21 करोड़ :
चंडीगढ़ प्रशासन ने इस प्रोजैक्ट के लिए निगम को 21 करोड़ रुपए दिए हैं। गौरतलब है कि मलोया में चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के जो मकान बने हैं, वहां कॉलोनी नंबर-4 को शिफ्ट किया जाना है। इससे पहले ही वहां इस प्लांट को शुरु किया जाना है। 

यही कारण है कि प्रशासन ने निगम को ये राशि जारी की है, ताकि काम जल्द पूरा हो। निगम का इससे पहले डिग्गियां में 30 एम.जी.डी. कैपेसिटी, रायपुर कलां में 3 एम.जी.डी., 3 बी.आर.डी. ओल्ड प्लांट 5 एम.जी.डी., 3 बी.आर.डी. में नया 15 एम.जी.डी. का सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट चल रहा है।  इसलिए अभी फिलहाल इनकी कुल क्षमता 53 एम.जी.डी. पानी ट्रीट करने की है। 

अन्य प्लांट भी अपग्रेड करने की योजना :
फिलहाल बी.ओ.डी. लैवल अधिक होने की काफी शिकायतें आ रही है। यही वजह है कि सिंचाई के लिए इस्तेमाल इस पानी से पार्कों और गार्डनों में लोगों को सैर करने के दौरान बदबू आती है। इस बारे में निगम की हाऊस मीटिंग में भी कई बार मुद्दा उठ चुका है। 

यही वजह है कि सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से भी टर्शरी वॉटर का बी.ओ.डी. लैवल 0 से 5 करने की नोटिफिकेशन जारी की जा चुकी है। निगम ने भी सभी प्लांट का बी.ओ.डी. लैवल कम करने की योजना बनाई है, लेकिन अभी उसमें वक्त लगेगा। 


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