आसान नहीं डम्पिंग ग्राउंड के लिए वैकल्पिक स्थान की तलाश

Saturday, Apr 09, 2016 - 11:54 AM (IST)

चंडीगढ़। डड्डूमाजरा में लगभग 20 एकड़ में स्थापित डम्पिंग ग्राउंड के लिए वैकल्पिक स्थान तलाशना चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम के लिए मुश्किल हो रहा है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा गत दिवस डम्पिंग ग्राउंड के लिए वैकल्पिक स्थल तलाशने के दिये गये आदेशों के बाद निगम ने नये स्थल की दोबारा तलाश करना आरम्भ कर दिया है। 

उल्लेखनीय है कि पदभार सम्भालते ही मेयर अरुण सूद गत जनवरी में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से मिले थे। उन्होंने पंजाब सरकार से अनुरोध किया था कि वे राज्य के किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में उन्हें  डंपिंग के लिए भूमि उपलब्ध करायें।निगम के रिकार्ड के अनुसार शहर में प्रतिदिन लगभग 350 मीट्रिक टन कचरा जमा हो रहा है और केवल 250 मीट्रिक ही डड्डूमाजरा में कचरा प्रसंस्करण संयंत्र तक पहुंच पा रहा है। बाकि का कचरा डंपिंग ग्राउंड में फेंका जा रहा है।

गत दिसम्बर माह में डम्पिंग ग्राउंड में जमा कचरे से उत्पन्न होने वाली ज़हरीली गैसों के कारण वह धू-धू कर जल उठा। पांच दिन बाद निगम को डम्पिंग ग्राउंड के आसपास रह रहे लोगों की परेशानी समझ में आई।

डड्डूमाजरा प्लांट को अपग्रेड किया जाये : चावला

इस संबंध में पूर्व मेयर सुभाष चावला का कहना था कि डम्पिंग ग्राउंड के लिए वैकल्पिक स्थल चंडीगढ़  में नहीं है व पंजाब  इसके लिए जगह देगा इसकी उन्हें उम्मीद नहीं। चावला का कहना था पहले बुड़ैल जेल के पास कचरा फेंकना आरम्भ किया था। वहां साथ लगते पंजाब के गांव से ग्रामीणों ने लाठियों से हमला किया व निगम के वाहन तक तोड़ डाले थे। चावला का कहना था कि डम्पिंग ग्राउंड के लिए तो वैकल्पिक स्थल नहीं मिल सकता, पर अगर निगम चाहे तो डड्डूमाजरा के प्लांट को अपग्रेड किया जा सकता है।

पंजाब के सीएम से मांगेेंगे जगह : सूद 

इस संबंध में महापौर अरुण सूद का कहना था कि वे पहले ही पंजाब सरकार से डम्पिंग ग्राउंड के लिए जगह देने का अनुरोध कर चुके हैं। उनका कहना था कि पुनः यह मामला पंजाब के मुख्यमंत्री से उठायेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वह शीघ्र ही इस समस्या का समाधान तलाश लेंगे।

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