सैक्टर-53 हाऊसिंग स्कीम : अब 1.80 करोड़ होगी HIG फ्लैट की कीमत

Friday, Jun 07, 2019 - 09:32 AM (IST)

चंडीगढ़ (राजिंद्र ): चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड ने सैक्टर-53 स्थित हाऊसिंग स्कीम के लिए जो ब्रोशर तैयार किया है, उसमें कुछ बदलाव किए हैं। इस प्रस्ताव को अप्रूवल के लिए बोर्ड ऑफ डायरैक्टर्स की मीटिंग में लाया जाएगा। बोर्ड की अप्रूवल के बाद ही यह स्कीम लांच कर दी जाएगी। 

 

इस बार भी लोगों को फ्लैट्स पहले से भी महंगे पडऩे वाले हैं, क्योंकि स्कीम के तहत एच.आई.जी. फ्लैट्स की कीमत सबसे अधिक 1.80 करोड़ रुपए होगी। पहले बोर्ड ने इस कैटेगरी के फ्लैट्स की कीमत 1.64 करोड़ रुपए रखने का फैसला लिया था। 

 

पिछले वर्ष जुलाई की शुरुआत में इस प्रोजैक्ट के लिए एनवायर्नमैंट क्लीयरैंस मिली थी, जिसके बाद ही बोर्ड स्कीम लांच करने का प्रयास कर रहा था लेकिन कई कारणों के चलते इसमें देरी होती गई। इस संबंध में बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि उन्होंने ब्रोशर फाइनल कर लिया है, जिसे अप्रूवल के लिए बोर्ड ऑफ डायरैक्टर्स की मीटिंग में लाया जाएगा।  

 

मीटिंग में अप्रूवल लेकर इस स्कीम को लांच कर देंगे। बोर्ड ने 11 एकड़ भूमि पर अलग-अलग केटैगरी के 492 फ्लैट्स का निर्माण करना है, जिसमें सभी लोग अप्लाई कर सकेंगे। 

 

इसमें वन रूम, टू बैडरूम, थ्री बैडरूम और ई.डब्ल्यू.एस. के लिए मकान होंगे। बोर्ड के पास प्रोजैक्ट के लिए जमीन है और स्कीम लांच करने के बाद ही वह निर्माण कार्य को लेकर तेजी से काम शुरू कर देगा। 

 

ब्रोशर के तहत फ्लैट्स की यह होगी कीमत  
हाऊसिंग बोर्ड की सैक्टर-53 की हाऊसिंग स्कीम में ई.डब्ल्यू.एस. के 80, वन रूम के 112, टू बैडरूम के 100 और थ्री बैडरूम के 200 फ्लैट्स तैयार किए जाएंगे। इस बार भी पिछली बार से फ्लैट्स की कीमत अधिक होगी। 

 

एच.आई.जी. फ्लैट्स की कीमत करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपए, टू बैडरूम फ्लैट्स की कीमत करीब 1 करोड़ 47  लाख रुपए, वन बैडरूम करीब 95 लाख रुपए और ई.डब्ल्यू.एस. फ्लैट्स की कीमत 50 लाख रुपए के करीब होगी। 

 

वहीं, पिछली बार बोर्ड ने टू बैडरूम फ्लैट्स का रेट 69 लाख रुपए रखा था। सी.एच.बी. की योजना है कि इस बार टू लैवल बेसमैंट पार्किंग का निर्माण टू और थ्री बैडरूम फ्लैट्स के लिए किया जाएगा। वन बैडरूम फ्लैट्स के लिए वन लैवल बेसमैंट पार्किंग का निर्माण करवाया जाएगा। 

 

इस बार पहले से बेहतर होंगे फ्लैट्स  
इस बार बोर्ड सिर्फ बाक्स टाइप स्ट्रक्चर्स की तरह फ्लैट तैयार नहीं करेगा। यह फ्लैट्स हाऊसिंग सैक्टर के हिसाब से सबसे बेहतर होंगे, जो किसी भी प्राइवेट बिल्डर के फ्लैट्स को भी पूरी तरह से टक्कर देंगे। बोर्ड के फ्लैट्स में सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। 

 

चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड शहर में अब तक लगभग 60 हजार फ्लैट्स बना चुका है। इनमें ई.डब्ल्यू.एस. से लेकर एल.आई.जी., एम.आई.जी. और एच.आई.जी. के फ्लैट्स तक शामिल हैं। हर हाऊसिंग स्कीम का डिजाइन एक-दूसरे से मिलता-जुलता है। 

pooja verma

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