दो दुकानों में पढ़ाई करने को मजबूर इस गांव के बच्चे, पूरी गिर चुकी स्कूल की इमारत

Sunday, Dec 17, 2017 - 11:02 AM (IST)

खरड़(शशि) : खरड़ नगर कौंसल के अधीन पड़ते गांव झूगीयां जिसकी जमीन अब कॉलोनी सन्नी इन्क्लेव में आ चुकी है और वहां बड़ी-बड़ी इमारतें बन चुकी हैं। पर यहां एक ऐसा स्कूल भी है, जहां बच्चे स्कूल की इमारत न होने के कारण 2 दुकानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल की इमारत पूरी गिर चुकी है। 

 

स्कूल की बिल्डिंग और ग्राऊंड में थोड़ी सी बारिश के बाद यहां पानी जमा हो जाता है। स्कूल में 100 के करीब बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह स्कूल 1976 में चल रहा है। यहां 4 अध्यापक पढ़ाते हैं। बिल्डिंग न होने के कारण अक्सर बच्चे खुले आसमान के नीचे पढऩे को मजबूर हैं। 

 

आज स्कूल में नैशनल स्वास्थ्य मिशन स्कीम अधीन बच्चों के  स्वास्थ्य की चैकिंग हो रही थी। इसलिए ये सभी बच्चे नज़दीक ही स्कूल के अध्यापकों की तरफ से अपने स्तर पर किराए पर ली दुकानों में भीषण ठंड में नीचे बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर थे।

 

गौरतलब है कि यह गांव अब नगर कौंसल की सीमा में पड़ता है। इसलिए साथ ही इस गांव की करोड़ों रुपए की जमीन भी खरड़ नगर कौंसल की है। करोड़ों रुपए की जमीन तो कौंसल ने संभाल ली लेकिन बच्चों की और ध्यान नहीं दिया। जब खरड़ नगर कौंसल के कार्यसाधक अफसर संदीप तिवाड़ी से पूछा तो उनका कहना था कि कौंसल की तरफ से कुछ समय पहले ही स्कूल की हालत सुधारने के लिए प्रस्ताव पारित किया है पर इस पर उच्च अधिकारियों ने रोक लगा दी थी। 

 

दोबारा यह मामला कौंसल ने नहीं उठाया। ऐसा प्रतीत होता है कि यह स्कूल शायद इस कारण शिक्षा विभाग की नज़र से दूर है क्योंकि यहां झुग्गी झोपडिय़ों के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। आवश्यक है कि स्थानीय प्रशासन, शिक्षा विभाग के अधिकारी व सरकार इन सरकारी स्कूलों की खस्ता हालतों को सुधारने पर काम करें।


 

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