एशियन गेम्स में हार से हताश होकर लिया सन्यास का फैसला : सरदार सिंह

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 02:15 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : अभी टोक्यो ओलिम्पिक खेलने का इरादा था लेकिन एशियन गेम्स के दौरान सैमीफाइनल में हार के बाद मैंने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से सन्यास लेने का फैसला किया है। यह कहना है भारतीय हॉकी टीम के अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री अवार्ड से नवाजे गए पूर्व कप्तान सरदार सिंह का। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से सन्यास लेने की घोषणा उन्होंने सैक्टर-27 प्रैस क्लब में की। 

उन्होंने कहा कि एशियन गेम्स खेलने से पहले मेरा विचार था कि 2020 टोक्यो ओलिम्पिक खेलूंगा लेकिन एशियन गेम्स के सैमीफाइनल में हार के बाद मैंने कोच और सीनियर खिलाडिय़ों व परिवार से बात की और फिर रिटायरमैंट का फैसला लिया। सरदार सिंह ने कहा कि जब आप कोई बड़ा मैच हारते हैं तो पूरा दिन सिर्फ उसी के बारे में सोचते हो। ऐसे में आप हमेशा दबाव में रहते हो। 

ऐसे में अब मानसिक रूप से मजबूत रहना मेरे लिए मुश्किल था, जिसके बाद मैने यह फैसला लिया। सरदार सिंह ने कहा कि हालांकि मैं हॉकी से जुड़ा रहूंगा और नैशनल लैवल की प्रतियोगिताओं में खेलूंगा। साथ ही कोङ्क्षचग को लेकर भी विचार करूंगा। सरदार सिंह ने एशियन गेम्स में पहनी जर्सी को चंडीगढ़ प्रैस क्लब को बतौर निशानी दे दी।

15 साल तक रहे टीम का हिस्सा :
संन्यास की घोषणा के समय सरदार सिंह काफी भावुक नजर आए। बकौल सरदार मैंने 15 साल तक देश के लिए हॉकी खेली है और इससे अलग होना मेरे लिए काफी संघर्षपूर्ण था, लेकिन इस दौरान मेरे परिवार और कोच ने मेरा हौंसला बढ़ाया। 

उन्होंने कहा कि 3 साल तक मैंने जूनियर भारतीय हॉकी टीम के साथ खेला और 12 साल तक सीनियर टीम का हिस्सा रहा। इस दौरान मेरा 15-16 कोचों के साथ अनुभव काफी अच्छा रहा। इंडियन हॉकी टीम के बारे में सरदार सिंह ने कहा कि युवा खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और उम्मीद है कि भविष्य में टीम यह प्रदर्शन कायम रखेगी। 

विदेशी कोच के साथ भाषा को लेकर रहता है असमंजस :
एक सवाल के जवाब में सरदार सिंह ने कहा कि मैच के दौरान जब क्वार्टर के बाद 1 मिनट का ब्रेक मिलता हैं तो तब कोच मैच की स्थिति पर चर्चा करते हैं। हालांकि भाषा को लेकर काफी मुश्किलें आती हैं। लेकिन हॉकी इंडिया की ओर से अब खिलाडिय़ों को भाषा को लेकर भी ट्रेनिंग दी जा रही है। 

हमेशा सीनियर खिलाडिय़ों को आना होता है आगे :
सरदार सिंह ने कहा कि मैच में जब मुश्किल स्थिति आती है तो हमेशा सीनियर खिलाडिय़ों को ही आगे आना पड़ता है। यह टीम का नियम हैं। उन्होंने कहा कि जब टीम को पैनल्टी शूट मिलता है तो टीम में मौका हमेशा सीनियर खिलाडिय़ों को दिया जाता है। 

साथ ही सरदार सिंह ने कहा कि किसी भी मैच को जीतने के लिए खिलाडिय़ों का अच्छा दिन होना जरूरी है। सरदार सिंह के मुताबिक जब हम एशियन गेम्स की शुरूआत की तो हम सभी मैच जीत रहे थे और उम्मीद थी की हम स्वर्ण पदक जीतेंगे पर ऐसा नहीं हो पाया। 


 


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Priyanka rana

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