इस बार सिर्फ 15 स्थानों पर बिकेंगे पटाखे
punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2017 - 10:41 AM (IST)

चंडीगढ़(नीरज) : गणेश उत्सव के साथ ही फैस्टीवल सीजन शुरू हो चुका है। इसी महीने की 30 तारीख को रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतलों के दहन के साथ दशहरा पर्व मनाया जाएगा और आतिशबाजी-धूमधड़ाके की शुरुआत हो जाएगी लेकिन दो साल से कारोबारी घाटा झेल रहे पटाखा विक्रेताओं को इस बार प्रशासन ने झटका दे दिया है। प्रशासन ने इस मर्तबा शहर में केवल 15 स्थानों पर पटाखों की स्टॉल लगाने की परमीशन देने का फैसला किया है। इससे पटाखा विक्रेताओं का मूड उखड़ गया है।
चंडीगढ़ क्रैकर्स डीलर्स एसोसिएशन इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए पुरानी पॉलिसी को ही जारी रखने पर अड़ गई है। दो साल पहले पंजाब में श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले को लेकर जमकर बवाल हुआ था। तब पूरी सिख संगत ने काली दीवाली मनाने का ऐलान कर दिया था। फेस्टीवल में सीजन में इसका असर हर कारोबार पर पड़ा था।
लिहाजा, पटाखा विक्रेता भी इससे अछूते नहीं थे। ऊपर से चाइनीज वस्तुओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर चली मुहिम ने भी पटाखा कारोबार को घाटे में धकेल दिया। नतीजा यह हुआ कि तमाम पटाखा विक्रेताओं का 50 फीसदी से ज्यादा माल बचा रह गया था। पिछले साल ज्यादातर पटाखा विक्रेताओं ने नया माल खरीदा ही नहीं। सभी पुराने स्टॉक को निकालने में लगे रहे। ऐसे में पिछला फेस्टीवल सीजन भी पटाखा विक्रेताओं के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं रहा था।
पिछले साल भी प्रशासन ने बनाई थी नई पॉलिसी :
शहर में पटाखों की बिक्री के लिए प्रशासन ने पिछले साल भी नई पॉलिसी बनाई थी। उनके लिए शहर में 7 विक्रय स्थल तय किए गए थे लेकिन 2015 में हुए घाटे और बचे हुए स्टॉक की दुहाई देकर पटाखा विक्रेताओं ने इस पॉलिसी का विरोध शुरू कर दिया था। इस पर प्रशासन ने पुरानी पॉलिसी के मुताबिक ही लाइसैंसधारक पटाखा विक्रेताओं को अपने कारोबारी स्थल पर ही पटाखे बेचने की अनुमति दे दी थी लेकिन इस बार प्रशासन भी नई पॉलिसी लागू करने पर अड़ गया है।
400 से ज्यादा लाइसैंसधारक :
चंडीगढ़ क्रैकर्स डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक वर्ष 2015 तक शहर में 399 लाइसैंसधारक पटाखा विक्रेता थे। पिछले साल लाइसैंस रिन्यू करवाने के लिए इनमें से करीब ढाई सौ ने ही आवेदन किया, जबकि कई नए लाइसैंस भी बने। चंडीगढ़ क्रैकर्स डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव चिराग अग्रवाल ने बताया कि बैठक में उनकी मांग पर अधिकारियों ने यह तो तय कर दिया है कि इस बार पटाखों के लाइसैंस रिन्यू करने और नए लाइसैंस जारी करने का काम दशहरा से पहले ही पूरा कर दिया जाएगा लेकिन पटाखा बिक्री के स्थानों को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
60 फीसदी ही हो पाएगा कारोबार :
चंडीगढ़ क्रैकर्स डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता और महासचिव चिराग अग्रवाल का कहना है कि शहर में पटाखे बेचने के लिए अलग 15 स्थान तय करना न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिकांश पुराने लाइसैंसधारक खुदरा पटाखा विक्रेता दुकानदार हैं और केवल फैस्टीवल सीजन में स्टॉल लगाते हैं। यह उनका अतिरिक्त बिजनैस है।
वह अपनी दुकानों के आगे ही पटाखे बेचते हैं। इसके लिए अग्निशमन समेत तमाम जरूरी प्रबंध भी करते हैं। संंबंधित विभागों से परमीशन भी लेते हैं लेकिन यदि अब शहर में इसके लिए अलग स्थान तय किए जाएंगे तो यह दुकानदार सिर्फ पटाखे बेचेने के लिए दुकान छोड़कर किसी अन्य स्थान पर जाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने नई पॉलिसी को लागू किया तो शहर में इस बार 50 से 60 फीसदी कारोबारी ही पटाखे बेच पाएंगे। कई तो पटाखा कंपनियों और थोक विक्रेताओं को ऑर्डर दे चुके हैं। ऐसे में उन्हें प्रशासन की नई पॉलिसी से एक बार फिर नुक्सान झेलना पड़ेगा।
फिलहाल यह 7 स्थान तय :
-गोबिंदपुरा पार्क के सामने, मनीमाजरा।
-फायर स्टेशन और उप्पल हाऊसिंग सोसायटी के सामने, मनीमाजरा।
-गुजरात भवन के सामने, सैक्टर-24, चंडीगढ़।
-होटल शिवालिक व्यू के पास का मैदान, सैक्टर-17, चंडीगढ़।
-रेयान इंटरनैशनल स्कूल के पास का मैदान, सैक्टर-49. चंडीगढ़।
-सब्जी मंडी ग्राऊंड, सैक्टर-43, चंडीगढ़।
-गवर्नमैंट स्कूल के सामने, सैक्टर-38 वैस्ट, चंडीगढ़।