कालिया की सैलरी अटैच, फिर भी भाजपा के मेयर कैंडीडेट वही रहेंगे

Thursday, Jan 17, 2019 - 11:10 AM (IST)

चंडीगढ़(राय) : भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार राजेश कालिया को बुधवार को बड़ा झटका लगा है। निगम कमिश्नर के.के. यादव ने देर शाम को कालिया की सैलरी अटैच करने के आदेश जारी कर दिए। कालिया पर अपने दोस्त से 10 लाख रुपए लेने के बाद वापस न करने के आरोप हैं। इस संबंध में कोर्ट ने निगम कमिश्नर को कालिया की सैलरी अटैच करने के आदेश दिए थे।

हाईकोर्ट में भी कालिया के खिलाफ चैक बाऊंस का केस चल रहा है, जिस पर फैसला होना अभी बाकी है। वहीं सांसद किरण खेर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन ने साफ किया है कि पार्टी कैंडीडेट कालिया ही रहेंगे।

कोर्ट ने कहा था, रिकवरी नहीं होती, तब तक सैलरी रोक दो :
सनद रहे कि जिला अदालत ने बीते दिनों ही सिविल सूट के रिकवरी केस के मद्देनजर कोर्ट ने निगम को कहा था कि जब तक 13.57 लाख रुपए की रिकवरी नहीं हो जाती। तब तक निगम उनकी सैलरी पर रोक लगा दे। सैक्टर-38 निवासी हरीश ने इस संबंध में केस दर्ज करवाया था। दोस्ती के नाते हरीश ने कालिया को वर्ष 2014 में फ्रैंडली लोन दिया था। इसकी एवज में कालिया ने चैक बतौर सिक्योरिटी दिया था, जो बाउंस हो गया था।

किरण व टंडन के एक सुर, बोले-रूठों को मना लेंगे :
भाजपा चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन और सांसद किरण खेर ने बुधवार को संयुक्त बयान जारी कर साफ किया कि मेयर प्रत्याशी राजेश कालिया और पार्टी के सभी पार्षदों को लेकर हो रही बयानबाजी से पार्टी अपना निर्णय बदलने वाली नहीं है। 

पार्टी के सभी पार्षद इकट्ठे हैं और जो पार्षद थोड़ा रुठे हैं उनको भी जल्द ही मना लिया जाएगा और भाजपा का प्रत्याशी पूर्ण बहुमत से जीतेगा। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के शहर और दिल्ली के आला नेता बागी हो चुके सतीश कैंथ को भी मना रहे हैं और जानकारी मिल रही है कि ऐन मौके पर 18 जनवरी को चुनाव वाले दिन सतीश कैंथ अपना नाम वापस ले सकते हैं। 

बतौर पार्षद भी कालिया का कार्यकाल विवादों में :
राजेश कालिया को लेकर निगम में आधिकारियों की लॉबी भी सहज नहीं है। पिछले एक वर्ष में उनका बतौर पार्षद की भूमिका में आचरण सवालों के घेरे में है। निगम सदन और निगम से बाहर वह विवादों में बने रहे। ऐसे में आधिकारियों में असंतोष है कि बतौर मेयर उनका नए मेयर के साथ तालमेल कैसे बन पाएगा? पूरे वर्ष पार्षद कालिया अनुशासनहीनता की वजह से सुर्खियों में रहे। 

भट्टी से हाथापाई का वीडियो हुआ था वायरल :
पिछले वर्ष से ही निगम सदन में कालिया का आधिकारियों से विवाद शुरू हो गया था। हालत तब ज्यादा खराब हो गए जब एम.ओ.एच. दफ्तर में तत्कालीन अधिकारी डॉ. पी.एस. भट्टी से हाथापाई का उनका वीडियो वायरल हो गया था।

Priyanka rana

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