शिक्षा मंत्री बैंस ने सिंगापुर में प्रशिक्षण के लिए 60 प्रिंसीपलों के दो ग्रुपों को हरी झंडी देकर किया रवाना
punjabkesari.in Saturday, Sep 23, 2023 - 08:25 PM (IST)

चंडीगढ़,(रमनजीत): पंजाब में स्कूली शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस की ओर से शनिवार को मैगसीपा, चंडीगढ़ से प्रशिक्षण के लिए 60 पिं्रसीपलों के 2 अन्य ग्रुपों को हरी झंडी देकर सिंगापुर के लिए रवाना किया गया। पंजाब सरकार की स्कूल शिक्षा प्रति समर्पण भावना का जिक्र करते हुए बैंस ने कहा कि शिक्षा संबंधी लक्ष्य को प्राप्त करने में अध्यापकों और स्कूल मुखियों की बहुत अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों और हैडमास्टरों/ पिं्रसीपलों की पेशेवर सामथ्र्य को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अध्यापकों और हैडमास्टरों/ पिं्रसीपलों को मौजूदा समय की उत्तम तकनीकों से अवगत करवाने के लिए देश और विदेश में प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है जिससे इन बैस्ट प्रैक्टिस को राज्य के स्कूलों में लागू किया जा सके।
बैंस ने बताया कि फरवरी 2023 से अब तक राज्य सरकार द्वारा 30 और 36 पिं्रसीपलों वाले 4 बैच को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिया गया है। यह प्रशिक्षण प्रोग्राम पी.ए.आई., सिंगापुर और एन.आई.ई.आई., सिंगापुर जैसे संस्थानों के सहयोग के साथ करवाया गया है। प्रशिक्षण का कोर्स समकालीन प्रशासकीय और शैक्षिक कौशल पर केंद्रित है, जिसमें नवीनताकारी अध्यापन विधियों, विशेषज्ञों द्वारा दिया जाता परामर्श आदि शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के लिए भेजे जा रहे नए बैच के साथ, यह संख्या बढ़कर 200 स्कूल पिं्रसीपल और 100 हैडमास्टरों तक पहुंच गई है, जिनको अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिया गया है। इससे पहले, 140 पिं्रसीपल सिंगापुर में विदेशी प्रशिक्षण प्रोग्रामों से लाभ उठा चुके है, जबकि 100 हैडमास्टरों ने इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमैंट (आई.आई.एम.) अहमदाबाद में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
हरजोत सिंह बैंस ने शिक्षा की गुणवत्ता को और ऊंचा उठाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलकदमी की घोषणा करते हुए बताया कि पंजाब सरकार सरकारी प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिला रही है। इस प्रयास के अंतर्गत प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों को भी जल्द ही फिनलैंड में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए भेजा जाएगा। फिनलैंड बढिय़ा प्राइमरी शिक्षा प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है।
उन्होंने रोजगार की खोज में पंजाब के युवाओं की विदेशी प्रवास को रोकने में भगवंत सिंह मान सरकार द्वारा बड़े स्तर की गई सरकारी नौकरियों में भर्ती का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य नौकरियों की संभावनाएं पैदा कर सरकार न केवल अपने कौशल नौजवानों को विदेशों में हिजरत करने से रोक रही है, बल्कि पंजाब के विकास में भी योगदान दे रही है।
-विपक्ष नेताओं ने अपने कार्यकाल दौरान शिक्षा के सुधार के लिए कुछ नहीं किया
विपक्षी पाॢटयों के नेताओं सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया, अमरिंद्र सिंह राजा वङ्क्षडग़, प्रताप सिंह बाजवा और परगट सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इन नेताओं ने अपने कार्यकाल के दौरान शिक्षा के सुधार के लिए कुछ किया नहीं, लेकिन अब पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा क्रांति के जरिए सरकारी स्कूलों के किए जा रहे कायाकल्प के बारे में उलटे-सीधे ट्वीट कर राज्य के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पहले दौर में 117 स्कूल बनाने का लक्ष्य रखा था जिसमें से पहला स्कूल ऑफ एमिनैंस अमृतसर में शुरू हो गया है और जल्द ही इस तरह के 116 स्कूल पूरी तरह तैयार हो जाएंगे। उन्होंने विपक्षी नेताओं से अपील की कि यदि किसी स्कूल को वह भी स्कूल ऑफ एमिनैंस बनवाना चाहते है तो इस संबंधी लिस्ट सौंप दें, हमारी सरकार उन स्कूलों को भी स्कूल ऑफ एमिनैंस के तौर पर विकसित कर देगी।