2018 से शुरू हुई स्मार्ट मीटर परियोजना में अब तक लगे केवल 4 लाख मीटर

punjabkesari.in Sunday, Jun 12, 2022 - 07:33 PM (IST)

चंडीगढ़,(विजय गौड़): जिस गति से प्रोजैक्ट चल रहा है, अगर यही हालात रहे तो 2018 में शुरू हुई स्मार्ट मीटर परियोजना को पूरा होने में कई वर्ष और लग जाएंगे। अब तक प्रदेश में केवल 4 लाख मीटर ही लग पाए हैं वह भी तब जबकि कमीशन की ओर से नियमित समीक्षा की जा रही है और निर्देश दिए जा रहे हैं। यह टिप्पणी हरियाणा इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेट्री कमीशन (एच.ई.आर.सी.) ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर के मामले में चल रही सुनवाई के दौरान की। दरअसल सुनवाई के दौरान स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी सॢवसिज लिमिटेड (ई.ई.एस.एल.) के सी.ई.ओ. ने जानकारी दी कि मीटर्स की कमी की वजह से अप्रैल में कंपनी टारगेट हासिल नहीं कर पाई थी जबकि मई में 60 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया था।

 

उन्होंने बताया कि चुनावों के वजह से कालका, पिंजौर और घरौंदा में जून माह के दौरान इंस्टॉलेशन का टारगेट हासिल नहीं किया जा सकेगा। वहीं, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यू.एच.बी.वी.एन.) की ओर से बताया गया कि कमीशन के निर्देशों के अनुसार ई.ई.एस.एल. के साथ डिस्कॉम द्वारा नियमित बैठकें आयोजित की जा रही हैं ताकि कंपनी की हर पहलू में मदद की जा सके। 

 


जून में 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश 
कमीशन ने दोनों निगमों के निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि दिन-प्रतिदिन के मुद्दों को सुलझाने के लिए सप्ताह में कम से कम एक बार ई.ई.एस.एल. के साथ मीटिंग होनी चाहिए। इसके साथ ही निर्देश दिए गए कि जून के महीने में 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो कमीशन किसी भी ढिलाई के लिए कठोर कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा, क्योंकि उपभोक्ताओं को परेशानी में नहीं डाला जा सकता है। कमीशन ने पाया कि बार-बार निर्देश जारी करने के बावजूद कंपनी मीटर लगाने के अपने ही लक्ष्य को हासिल नहीं कर पा रही है। इसलिए निगमों को कंपनी को सभी सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।


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News Editor

Ajay Chandigarh

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