मौत पर बवाल : लोगों ने लगाया जाम, PCR तोड़ी, कर्मियों ने भागकर बचाई जान

Sunday, Aug 20, 2017 - 08:13 AM (IST)

मनीमाजरा(अग्रिहोत्री) : आधा दर्जन युवकों के हमले से घायल हुए मनीमाजरा के माड़ी वाला टाऊन के धर्म सिंह (50) की मौत से गुस्साए लोगों ने पुलिस पर कमजोर धाराएं लगाकर मामले में मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार न करने के आरोप लगाते हुए मनीमाजरा-पिपली वाला टाऊन मार्ग पर जाम लगा दिया। इस दौरान वहां पहुंची पी.सी.आर. के शीशे तोड़ डाले। 

 

मृतक धर्म सिंह के बेटे जसबीर ने बताया कि 13 अगस्त को घर पर उनके पिता पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया जिसके बाद उन्होंने जानकारी मनीमाजरा थाना प्रभारी हरमिंद्र सिंह को दी जिसके बाद समझौता हो गया और आरोपियों ने अगले दिन 14 अगस्त को फिर से दर्जन भर अन्य युवकों के साथ उनके पिता के सिर पर किरच से वार किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी सैक्टर-32 अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। 

 

धर्मबीर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिनके खिलाफ मारपीट की धाराएं लगा दी थी और उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया और मामले के दो मुख्य आरोपी माडू व चाटू को गिरफ्तार नहीं किया। इसके बाद भी आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देते रहे लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। लोगों ने कहा कि जांच कर थाना प्रभारी, केस के आई.ओ., पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की जाए। मार्ग पर जाम व धरना दोपहर को साढ़े तीन बजे शुरू हुआ जो रात तक जारी था। 

 

पुलिस की गाड़ी के टूटे शीशे : 
जाम की सूचना मिलने के बाद मौके पर पी.सी.आर. एस.आई. हुसन लाल व चालक सुमित पहुंचे लेकिन उन्हें प्रदर्शनकारियों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। इस दौरान किसी ने पुलिस की पी.सी.आर. का शीशा तोड़ दिया। एस.आई. ने बताया कि उन्होंने भाग कर जान बचाई।

 

एस.एस.पी. के आश्वासन बाद भी नहीं माने लोग : 
एस.एस.पी. ईश सिंगल ने लोगों की मांग पर धारा 302 जोड़ दी। उन्होंने कहा कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन लोग एस.एच.ओ. के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर अड़े रहे। हालांकि लोगों को पार्षद जगतार जग्गा, शक्ति प्रकाश देवशाली ने भी समझाया, लेकिन किसी ने उनकी भी नहीं मानी। 

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