पुनर्वास योजना: वन रूम फ्लैट्स की कीमत पर ही मिलेंगे टू रूम फ्लैट्स

Tuesday, Jan 15, 2019 - 11:11 AM (IST)

चंडीगढ़(राजिंद्र): चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड पुनर्वास योजना केतहत मलोया में की जानी वाली फ्लैट्स की अलॉटमैंट में अलॉटियों को बड़ी राहत देने जा रहा है। बोर्ड द्वारा पुराने रेट्स पर ही यहां फ्लैट्स की अलॉटमैंट की जाएगी, क्योंकि बोर्ड द्वारा अलॉटियों से अलॉटमैंट के रूप में ली जानी वाली फीस में बढ़ौतरी नहीं की जाएगी। बोर्ड ने मलोया में बने 4960 फ्लैट्स की अलॉटमैंट करनी है। 

बोर्ड के चेयरमैन ए.के. सिन्हा ने बताया कि मलोया में पुनर्वास योजना के तहत की जानी वाली फ्लैट्स की अलॉटमैंट पुराने रेट्स पर की जाएगी और इसमें किसी भी प्रकार की बढ़ौतरी करने को लेकर प्रशासन का कोई विचार नहीं है। उन्होंने कहा कि टू रूम फ्लैट्स की कीमत वन रूम फ्लैट्स के बराबर ही होगी। पुनर्वास योजना के लेकर सेम फीस रखने को लेकर अलॉटियों की तरफ से प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मांग भी की गई थी। इस बार पुनर्वास योजना के तहत टू रूम फ्लैट्स का मलोया में निर्माण करवाया गया है। 

बोर्ड ने इससे पहले वन रूम फ्लैट्स के लिए अलॉटमैंट के समय अलॉटियों से 4500 रुपए एडवांस और 1500 रुपए बिजली, पानी के कनैक्शन के लिए लिया था। इसके बाद 20 साल तक अलॉटियों को हर माह 800 रुपए जमा करवाने हैं और 20 साल के उपरांत ही अलॉटियों को मालिकाना हक देने का प्रावधान है। टू रूम फ्लैट्स के लिए भी बोर्ड द्वारा ये सेम फीस स्ट्रक्चर्स ही अपनाया जाएगा। 

अलॉटमैंट की तैयारी पूरी 
बोर्ड प्रधानमंत्री से इन फ्लैट्स की अलॉटियों को अलॉटमैंट करवाने के लिए प्रयास कर रहा है। इसके लिए बोर्ड की तरफ से पूरी तैयारी कर ली गई है और सिर्फ पी.एम.ओ. ऑफिस से डेट का इंतजार है। प्रशासन ने पी.एम.ओ. ऑफिस में कई प्रोजैक्ट्स को लेकर लिस्ट भी भेजी है। प्रशासन को उम्मीद है कि फरवरी के पहले सप्ताह में पी.एम. विजिट हो जाएगी, क्योंकि उसके बाद आचार संहिता भी लागू हो जानी है। बोर्ड द्वारा मलोया में अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं, ताकि अलॉटमैंट के बाद लोगों को वहां किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। 

इतना हो चुका है काम   
पुनर्वास योजना के अंदर अभी तक 2006 बायोमीट्रिक सर्वे के तहत 23974 लोग सामने आए, जिनमें से 12736 मकानों का निर्माण किया जा चुका है। बोर्ड इसके अलावा इस स्कीम के अंडर शहर में आठ अलग-अलग जगहों पर 25 हजार फ्लैटों का निर्माण कर चुका है, जिसमें सैक्टर-49, सैक्टर-38 वेस्ट, रामदरबार, मौलीजागरां और धनास शामिल है। इससे पहले अलॉटमैंट के समय अलॉटियों की मांग थी कि अलॉटमैंट से पहले ही फ्लैट्स में सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।

bhavita joshi

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