हरियाणा में 18 हजार स्कूल शिक्षकों की भर्ती जल्द : मनोहर लाल

Sunday, Sep 25, 2022 - 07:12 PM (IST)

चंडीगढ़,(बंसल): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में जल्द 18 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसमें 11 हजार रैगुलर शिक्षक और 7 हजार शिक्षकों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भर्ती किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार शिक्षा के नाते विद्याॢथयों की पूरी ङ्क्षचता करती है। मुख्यमंत्री रविवार को रोहतक के महॢष दयानंद विश्वविद्यालय के राधाकृष्णन सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली शिक्षा अच्छी हो, इसके लिए हरियाणा सरकार लगातार कार्य कर रही है। 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों को 5 लाख टैबलेट दिए जा चुके हैं वहीं अढ़ाई लाख टैबलेट जल्द ही विद्याॢथयों को दिए जाएंगे। अब दूसरे राज्य ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग सरकार के इस कदम से प्रभावित हो रहे हैं और वह भी इस तरह की योजनाएं बना रहे हैं। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार एक अभियान की तरह स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, ड्यूअल डैस्क, स्कूलों की बिल्डिंग, स्कूलों के रास्ते और साफ शौचालय की व्यवस्था करने के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए सरकार द्वारा प्रथम चरण में हर जिले के दो ब्लॉक का चयन करके कार्य किया जा रहा है, इनका कार्य पूरा हो जाने के बाद अन्य ब्लॉक का कार्य शुरू किया जाएगा। इसमें सबसे मुख्य बात यह है कि स्कूलों में यह कार्य वहीं की स्कूल मैनेजमैंट कमेटी (एस.एम.सी.) द्वारा ही करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों के लिए ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी बनाई है, जिससे कोई भी शिक्षक अपनी वरिष्ठता के हिसाब से ट्रांसफर ले सकता है।  


शिक्षा दान-महादान, हम स्वयं भी शिक्षा लें और जो कमजोर है, उसे भी पढ़ाएं : मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा दान-महादान है। हमें स्वयं शिक्षा लेनी चाहिए और जो पढ़ाई में कमजोर हैं, उसे भी पढ़ाना चाहिए। इसके लिए सरकार रिटायर्ड शिक्षकों, रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी व अन्य इच्छुक लोगों को जोडऩे का कार्य कर रही है। इसमें सरकार ईच वन-टीच वन अर्थात सभी पढ़ें और कम से कम एक बच्चे को जरूर पढ़ाए के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 5 से 18 वर्ष तक की आयु के प्रत्येक बच्चे को स्कूली शिक्षा मिले। इस आयु वर्ग में कोई भी ड्रॉपआऊट न हो। हर बच्चा शिक्षा ग्रहण करे। 
 

 

सरकार ने शुरू किया के.जी.-टू-पी.जी. कार्यक्रम:
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत के.जी.-टू-पी.जी. कार्यक्रम शुरू किया है। प्रदेश के 2 विश्वविद्यालयों महॢष दयानंद विश्वविद्यालय और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में यह कार्यक्रम शुरू हो चुका है, अन्य विश्वविद्यालयों में भी यह कार्यक्रम जल्द शुरू किया जाएगा। 
 

 

छात्रवृत्ति और सम्मान, छात्र के जीवन में करते हैं खाद और पानी का काम:
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे किसी बीज को बढऩे के लिए खाद और पानी दिया जाता है, तब वह पेड़ बनकर फल देता है उसी तरह छात्र के लिए अच्छा विद्यालय, छात्रवृत्ति और सम्मान उनके जीवन में खाद और पानी का काम करते हैं। इससे प्रेरित होकर छात्र आगे बढ़ते हैं और जीवन में सफल होकर समाज को नई दिशा देने का कार्य करते हैं।

Ajay Chandigarh

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