वर्णिका छेड़छाड़ मामला: दर्ज हुए 3 PCR के ब्यान दर्ज

Wednesday, Feb 21, 2018 - 12:20 PM (IST)

चंडीगढ़ (संदीप): हरियाणा के सीनियर आई.ए.एस. अधिकारी की बेटी से छेड़छाड़ मामले में मंगलवार को अदालत में 3 पी.सी.आर. कर्मियों अजय कुमार, करतार सिंह, और नारायण सिंह के बयान दर्ज किए। तीनों ने अभियोजन पक्ष को सपोर्ट करते हुए बयान दिए। वहीं मामले की अगली सुनवाई पर अन्य 2 पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। 

 

इन पी.सी.आर. कर्मियों ने ही विकास और आशीष को पकड़ा था और बाद यहीं से दोनों को सैक्टर-26 पुलिस थाने लाया गया। बचाव पक्ष ने मंगलवार को सी.आर.पी.सी. की धारा 340 के तहत एक याचिका दायर की है। इसमें उन्होंने पीड़िता और उनके पिता आई.ए.एस. अधिकारी के खिलाफ झूठी गवाही के लिए कार्रवाई (प्रज्यूरी प्रोसिडिंग) शुरू करने की अपील की है। 

 

उनका आरोप है कि शिकायतकर्ता और उसके पिता ने केस बनाने के लिए सभी दस्तावेजों का निर्माण करवाया है। अदालत ने याचिका पर बहस के लिए 6 अप्रैल की तारीख तय की है। अदालत में दायर याचिका में बचाव पक्ष के वकील रबिंद्रा पंडित ने कहा कि पीड़िता साथ के हाऊसिंग बोर्ड चौक पर नहीं गई थी और न ही वह सैक्टर-26 पुलिस थाने में शिकायत देने गई थी। वहीं उनका आरोप है कि पीड़िता के शिकायत पर दिखाए गए साइन भी फर्जी हैं। 

 

सी.सी.टी.वी. फुटेज मुहैया नहीं कराई गई
बचाव पक्ष ने दलील दी है कि इससे पहले पुलिस से थाने की सी.सी.टी.वी. फुटेज मुहैया कराने की दलील दी गई थी। इसे भी पुलिस ने अनदेखा कर दिया और सी.सी.टी.वी. फुटेज मुहैया नहीं कराई गई। 

 

वहीं पहले अभियोजन पक्ष इससे इंकार करती रही कि एफ.आई.आर. दर्ज करते वक्त वहां कोई एडवोकेट मौजूद नहीं था, लेकिन क्रास एग्जामिनेशन में उन्होंने कबूल किया कि एडवोकेट पुलिस स्टेशन में मौजूद थे। बचाव पक्ष ने याचिका में कहा है कि शिकायतकत्र्ता ने विकास बराला के पिता की छवि खराब करने के मकसद से यह झूठा केस बनाया है। 


 

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