हिमाचल प्रदेश में 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में शैक्षिक संस्थानों का रिकॉर्ड जब्त

Wednesday, May 22, 2019 - 11:05 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील) : हिमाचल प्रदेश में 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. ने 22 शैक्षिक संस्थनों से पूरा रिकॉर्ड जब्त कर लिया है। इस घोटाले में हिमाचल सरकार के शिक्षा विभाग के कई अधिकारी और शैक्षिक संस्थान के संचालक नाम सामने आ रहे हैं। 

मामले में संबंधित कर्मचारी और अधिकारियों से पूछताछ के लिए सी.बी.आई. ने लिस्ट बना ली है। सी.बी.आई. जल्द ही शैक्षिक संस्थानों से जब्त किया गया छात्रों का रिकॉर्ड और शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड का मिलान कर करने के बाद उनको समन कर जांच में शामिल के लिए बुलाएगी। 

छात्रवृत्ति देने वाले बैंकों का रिकॉर्ड खंगाल रही है सी.बी.आई. :
सी.बी.आई. टीमें जांच में जुटी है कि छात्रवृत्ति की रकम किन-किन शिक्षा संस्थानों का कितना-कितना पैसा गया है। इसके अलावा शिक्षक संस्थानों ने किन-किन छात्रों को छात्रवृति दी है। 

सी.बी.आई. छात्रवृति देने वाले बैंकों का रिकॉर्ड भी खंगाल रही है, ताकि पता चल सके कि किन-किन खातों में कितनी राशि शैक्षिक संस्थानों ने भेजी है। चंडीगढ़ सी.बी.आई. ने हिमाचल प्रदेश में 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में एफ.आई.आर. दर्जकर हिमाचल शिक्षा विभाग से छात्रवृत्ति से संबंधित रिकॉर्ड जब्त किया था। सी.बी.आई. ने चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के 22 शैक्षिक संस्थनों में छापेमारी कर रिकॉर्ड कब्जे में लिया था। 

सी.बी.आई. जांच के लिए हिमाचल सरकार ने की थी सिफारिश :
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने ही मंत्री की शिकायत पर सी.बी.आई. को जांच करने के सिफारिश की थी। शिक्षा विभाग की उस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2013-14 से लेकर 2016-17 तक 2.38 लाख अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति जारी की गई। 

इसी अवधि के दौरान 2772 शिक्षण संस्थानों को छात्रवृत्ति भी वितरित की गई, जिसमें 266 निजी शिक्षण संस्थान शामिल थे। निजी संस्थानों को 210 करोड़ और सरकारी संस्थानों को 56 करोड़ की राशि दी गई। जांच में सामने आया था छात्रवृत्ति देने के दौरान घोटाला हुआ था। हिमाचल सरकार की सिफारिश पर सी.बी.आई. ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।

Priyanka rana

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