गर्भवती नर्स पर उठाया हाथ तो अस्पताल में जमकर हुई नारेबाजी

Thursday, Jun 15, 2017 - 10:36 AM (IST)

पंचकूला (आशीष) : सैक्टर-6 सरकारी अस्पताल में एमरजैंसी में ड्यूटी के दौरान एक मरीज के परिजनों द्वारा गर्भवती स्टाफ नर्स से हाथापाई मामले में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई न करने पर बुधवार को नर्सों और स्टाफ ने धरना देकर नारेबाजी की। इस दौरान अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों का काफी मुश्किलों के सामना करना पड़ा। इस मामले में स्टाफ नर्स और परिजनों दोनों की ओर से शिकायत दी गई थी लेकिन बुधवार को पुलिस की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर नर्सों और स्टाफ ने अस्पताल परिसर में धरना-प्रदर्शन किया।  इस दौरान  सुबह 9 से 11 बजे तक आपातकालीन और ओ.पी.डी. की सेवाओं पर प्रभाव दिखा। 

 

इलाज के लिए आए मरीजों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।  अस्पताल प्रबधकों के हस्तेक्षप के बाद प्रात 11 बजे नर्स स्टाफ अपने काम पर लौटा।  अस्पताल के सभी स्टाफ सदस्यों ने कार्य के दौरान काली पट्टी लगाकर अपना विरोध दिखाया। मौके पर पहुंची पुलिस को स्टाफ नर्स के विरोध के चलते अस्पताल प्रबधकों के उच्च अधिकारियों की मदद लेने पड़ी। जब इस बारे में सैक्टर-5 थाना प्रभारी ललित कुमार सेे बात की गई तो उन्होंने बताया कि नर्स के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इस मामले में जांच की जा रही है।  


 

स्टाफ नर्सें पी.एम.ओ. और सी.एम.ओ. के साथ एस.पी. से मिलीं
इस मामले को लेकर  पी.एम.ओ. वीना सिह और सी.एम.ओ. डा.वी.के. बंसल के नेतृत्व में स्टाफ नर्स का प्रतिनिधिमंडल एस.पी. से मिला। एस.पी. ने बताया कि इस मामले मे एक महिला और एक लड़के को गिरफ्तार किया जा चुका है। नर्स की मांग है कि इस मामले में एक और लडका दोषी है, उसे भी पुलिस जल्द गिरफ्तार करे। इस मामले में सी.एम.ओ. डा. वी.के.बंसल ने कहा कि स्टाफ सदस्यों के साथ इस प्रकार की घटना न हो, इसके लिए अस्पताल परिसर में सुरक्षा के प्रबंध कड़े किए जाएंगे। 


 

मरीज के बैड पर टपक रहा था पानी, नहीं दिया दूसरा बैड 
अस्पताल में बीते शनिवार को बैड शिफ्ट करने को लेकर मरीजों और डाक्टरों के बीच हंगामा हुआ था। मरीज के परिवार ने 8 माह की प्रैगनैंट स्टाफ नर्स का गला तक भी घोंट दिया और बाल खींचकर हाथापाई की थी। पूरी लड़ाई की जड़ मरीज के बैड पर छत से पानी टपकना था। इमरजैंसी में जहां मरीज को एडमिट किया था, वहां बैड पर पानी टपक रहा था। 

 

मरीज ने पुलिस में दी शिकायत में कहा था कि वह जब इमरजैंसी में डाक्टर के पास गया तो डॉक्टर ने दूसरा बैड देने से मना कर दिया। इसके बाद डाक्टर उन्हें यहां से जाने के लिए बोलने लगा। जैसे ही मरीज के परिजन डाक्टर के व्यवहार की वीडियो बनाने लगे तो वहां तैनात स्टाफ ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। 


 

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