रेलवे के अधूरे वादे : न पार्सल स्टोर बना, न विभाग हुआ कंप्यूटराइज्ड

Wednesday, Apr 26, 2017 - 12:07 PM (IST)

चंडीगढ़(लल्लन) : रेलवे को चंडीगढ़ पार्सल विभाग से महीने में करीब 1 करोड़ रुपए की कमाई होती है लेकिन इसके बाद भी विभाग की ओर से इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। विभाग के पास पार्सल स्टोर न होने के कारण पूरा सामान प्लेटफार्म पर ही पड़ा रहता था। ऐसे में कई बार पार्सल चोरी होने की शिकायतें आती रही हैं। मगर विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। 

 

हालांकि विभाग की ओर से दो साल पहले प्लेटफार्म नंबर-6 के पास पार्सल स्टोर बनाने का फैसला लिया था जिसका प्रोपोजल भी पास हो चुका था लेकिन इसके बाद से अभी तक निर्माण कार्य शुरू नही हो सका। इसके साथ ही रेलवे की ओर से 2015 में दावा किया गया था कि 6 माह के भीतर पार्सल विभाग को कम्प्यूटराइज्ड कर दिया जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ। 

 

पहले प्लेटफार्म नंबर 6 पर बनने की थी योजना :
विभाग की ओर से पहले प्लेटफार्म नंबर-6 पर पार्सल स्टोर रूम बनाने का प्रोपोजल तैयार किया गया था। इसके लिए 15 लाख रुपए भी पास किए गए थे लेकिन यह योजना सिरे नही चढ़ सकी। इसके बाद कहा गया कि स्टोर रूम प्लेटफार्म नंबर-1 पर बनेगा। इंजीनियरिंग विभाग की तरफ जगह पर निशान भी बनाया गया लेकिन स्टोर रूम की जगह दो रिटायरिंग रूम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। अब रिटायरिंग रूम भी बनकर तैयार हो गया है।

 

अंडर पास भी नहीं बन सका :
पार्सल को प्लेटफार्म नंबर-1 से दूसरे व तीसरे प्लेटफार्म पर ले जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पार्सल विभाग की ओर से उच्चाधिकारियों से कई बार अंडर पास बनाने को लेकर पत्र भी लिखा जा चुका है लेकिन इसकी भी सुध नहीं ली गई है।

 

अभी हो रहा कागजी काम :
पार्सल विभाग पूरा कम्प्यूटराइज्ड करने की घोषणा सीनियर डी.सी.एम. की ओर से की गई थी। 6 माह के भीतर पार्सल विभाग को पेपर लेस बनाने का दावा किया गया लेकिन एक साल का समय निकल गया लेकिन अभी तक पार्सल विभाग में एक कंप्यूटर तक नहीं पहुंचा। 
 

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