‘अनुभवहीन चालक चला रहे किलोमीटर स्कीम बसें, रोजाना हो रही दुर्घटनाएं : संघ’
punjabkesari.in Sunday, Dec 27, 2020 - 08:31 PM (IST)
चंडीगढ़, (गौड़) हरियाणा परिवहन विभाग की ओर से किलोमीटर स्कीम पर चलाई जा रही बसों पर अब सवाल उठने लगे हैं। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने इन बसों को प्रदेश की जनता के लिए अभिशाप बताया है। संघ के प्रधान दलबीर किरमारा और वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा ने बताया कि किलोमीटर स्कीम पर चलने वाली कोई न कोई बस हर रोज दुर्घटनाग्रस्त हो रही है तथा जानमाल का नुकसान हो रहा है।
किरमारा और दोदवा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने किलोमीटर स्कीम की बसें यह कहकर चलाई थीं कि इन बसों को चलाने वाले चालकों का बाकायदा विभागीय अधिकारियों द्वारा पूरी प्रक्रिया के तहत टैस्ट लिया जाएगा तथा जो भी चालक टैस्ट में पास होगा उसी को बस चलाने की अनुमति प्रदान की जाएगी, लेकिन सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया तथा निजी संचालकों को अपनी मर्जी से चालक रखने की खुली छूट दे दी। निजी संचालकों ने अपनी जेब भरने के लिए अनुभवहीन चालकों को कम वेतन पर रखकर जनता को मरने पर मजबूर कर दिया है।
‘विभाग को हो रहा आॢथक नुकसान’
लगातार दुर्घटना होने के बाद भी सरकार मूकदर्शक बनी हुई है तथा परिवहन विभाग के आला अधिकारी इस पर कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं। दुर्घटना होने के भय से किलोमीटर स्कीम की बसों में यात्री भी बहुत कम बैठते हैं जिसके कारण विभाग को भारी आॢथक नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद भी रोडवेज की बसें डिपुओं में खड़ी धूल फांक रही हैं तथा किलोमीटर स्कीम की बसों को अहमियत देकर लंबे मार्गों पर चलाया जा रहा है। जबकि आज की हालात को देखते हुए अभी तक एक भी निजी बस को चलाने की कोई जरूरत नहीं है।
‘बदनाम हो रही रोडवेज की बसें’
संघ के महासचिव आजाद गिल ने बताया कि सरकार ने किलोमीटर स्कीम नीति पर एग्रीमैंट करते समय निजी संचालकों को अपनी बसों के आगे और पीछे लाल पट्टी लगाने के आदेश जारी किए थे ताकि रोडवेज व किलोमीटर स्कीम की बसों की अलग से पहचान हो सके। लेकिन अब निजी संचालकों ने परिवहन के आला अधिकारियों के इशारे पर इन पट्टियों को उतारना शुरू कर दिया है ताकि जनता को रोडवेज व किलोमीटर स्कीम की बसों में फर्क नजर न आए। दुर्घटना किलोमीटर स्कीम की बसें कर रही हैं तथा बदनामी हरियाणा रोडवेज की हो रही है। इसलिए यूनियन मांग करती है कि एग्रीमैंट में हुई हिदायतों के अनुसार विभागीय टैस्ट पास करने वाले चालकों को ही किलोमीटर स्कीम की बसें चलाने की अनुमति प्रदान की जाए।