हो-हल्ले में उड़ा दिए 11 लाख

punjabkesari.in Tuesday, Mar 20, 2018 - 11:51 AM (IST)

चंडीगढ़ (हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी में सोमवार को एबीवीपी ने स्टूडैंट काऊंसिल (एन.एस.यू.आई.) की तरफ से करवाए जा रहे वार्षिक फैस्ट ‘झंकार’ के विरोध में प्रदर्शन किया। ए.बी.वी.पी. के हरमन और कैंपस सैक्रेटरी आकाश विश्वास ने कहा कि भले ही काऊंसिल कह रही है कि उन्होंने कैंपस में विभिन्न अकादमिक और कल्चरल कार्यक्रम आयोजित किए हैं. लेकिन पी.यू. में झंकार कार्यक्रम के दौरान एक भी अकादमिक कार्यक्रम नहीं हुआ है। 

 

फिर भी स्टूडैंट काऊंसिल ने 11 लाख रुपए का बिल बनाया है। अकादमिक कार्यक्रम में स्टूडैंट्स के लिए साइंस क्विज, जनरल क्विज, मैथेमैटिक   कम्पीटीशन आदि होने थे लेकिन ऐसी एक भी गतिविधि नहीं हुई। जबकि अकादमिक कार्यक्रम के लिए स्टूडैंट्स की अटैंडैंस लगाई जाती है। हरमन ने कहा कि स्टूडैंट काऊंसिल को स्टार नाइट या डीजे करवाने के लिए कभी भी पैसे पी.यू. द्वारा नहीं दिए जाते हैं। 

 

पैसे काऊंसिल की तरफ से स्पोंसर द्वारा अरेंज किए जाते है। हालांकि इस बार स्पोंसर से जो भी पैसे लिए हैं, उनका कोई रिकार्ड नहीं है।पैसे स्पोंसर से चैक के जरिए लिए जाते हैं। इसके अलावा कैंपस में झंकार जैसे कार्यक्रमों के लिए जो स्टेज बनाया जाता है, उस पर स्टूडैंट्स को भी परफार्म करने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए, लेकिन यहां सिर्फ स्टार को ही गाने का मौका दिया गया। 

 

किसी से भी करवाई जा सकती है जांच
स्टूडैंट काऊंसिंल के अध्यक्ष जशन ने कहा कि झंकार या अन्य कार्यक्रम को लेकर हमारी किसी से भी जांच करवाई जा सकती है। कार्यक्रम के दौरान लगने वाले टैंट, साऊंड सिस्टम पर होने वाले खर्चो के लिए बकायदा कोटेशन डी.एस.डब्ल्यू. की तरफ से मंगवाई जाती है और इसका अॅाडिट भी करवाया जाता है। 

 

इन कोटेशन से संबंधित पेमैंट सीधी पी.यू. प्रबंधन की तरफ से उन्हें ही दी जाती है। कोई भी पैसा काऊंसिल को नहीं दिया जाता। जशन ने बताया कि इस बार झंकार के लिए हमेंस्पोंसर नहीं मिल पाया है। 

 

क्योंकि स्टार नाईट के लिए पैसे पी.यू. की तरफ से नहीं दिए जाते, ऐसे में कैंपस में जो स्टाल लगे थे थोड़ा आय उससे हुई थी और कुछ हमने अपनी जेब से पैसे खर्च किए। स्टार नाईट के पैसे काऊंसिल को ही खर्च करने होते हैं। ऐसे में यह पूछने का अधिकार किसी कोनहीं है वह पैसे कहां से आए।

 

कार्यक्रमों की डाली लिस्ट
ए.बी.वी.पी. के प्रैजीडैंट रिशभ सिंघल ने कहा कि फैस्ट के 11 लाख रुपए काऊंसिल को रिलीज नहीं करने चाहिए बल्कि पैसे स्कॉलरशिप के तौर पर स्टूडैंट को दिए जाने चाहिए। वहीं काऊंसिल की तरफ से एक लैटर जारी किया गया है, जिसमें झंकार के दौरान आयोजित कार्यक्रम की लिस्ट डाली है। लिस्ट में जागो के बाद स्टूडैंट सैंटर पर विभिन्न सांस्कृतिक व अकादमिक कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही गई है।

 


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