‘जनता दरबार की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने वाले अफसर नपेंगे : विज’

Tuesday, Sep 21, 2021 - 08:19 PM (IST)

चंडीगढ़, (पांडेय): हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने अफसरों को नसीहत देते हुए कहा कि जनता दरबार में आने वाली शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने वाले अफसरों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरी तबीयत मेरे काम के रास्ते में कभी रूकावट नहीं डालती और मैंने कोशिश की है कि लोगों का काम करूं और कोरोना होने के बावजूद मुझे आक्सीजन लगी हुई थी और मैंने इसी सचिवालय में एक महीना तक में आक्सीजन लगाकर काम किया।

 

मैं हर शनिवार को जनता दरबार में 2 से 3 हजार लोगों की शिकायतें सुनता हूं। अब यदि अफसरों की और से उस शिकायत पर कार्रवाई करने को लेकर टालमटोल किया जाता है, उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनता दरबार में प्रदेश के हर क्षेत्र, हर जिले से हजारों की संख्या में लोग शिकायत लेकर आते हैं। शिकायतों का मौके पर ही निपटान किया जाता है और कुछ शिकायतों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को जांच के लिए भेज दिया जाता है। विज ने कहा कि जनता दरबार की शिकायतो का डाटा मेरे स्टॉफ द्वारा कम्प्यूटर पर फीड करने के उपरांत शिकायतकत्र्ता को संदेश जाता है कि उसकी शिकायत मिल चुकी है और किस अधिकारी के पास भेजी गई है। उन्होंने कहा कि जो शिकायत विभाग के अधिकारी को भेजी गई है उसको शिकायत का अनुसरण (फोलो) किया जाता है कि उस शिकायत पर आगे क्या कार्रवाई की गई है। 


गृह मंत्री ने कहा कि अगर किसी की शिकायत का निपटान नहीं हुआ और इस संबंध में शिकायत मेरे पास आ जाती है तो उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि ज्यादा शिकायत पुलिस विभाग की हैं, लेकिन अन्य विभागों की भी शिकायतें आती हैं तो उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाती है।


‘काम करना मेरा जनून है और मैं समझता हूं कि सबको काम करना चाहिए’
विज ने कहा कि काम करना मेरा जनून है और मैं समझता हंू कि सबको काम करना चाहिए, यही मैं अधिकारियों को कहता रहता हंू, जब मैं बीमार होने के बावजूद, अस्पताल से और कार्यालय में भी आक्सीजन लगाकर काम कर सकता हंू तो आप (अधिकारियों से) क्यों नही करते, क्यों काम पैंडिंग रखते हैं। उन्होंने कहा कि हर फाइल का निपटान होना चाहिए, फाइलें चलती रहनी चाहिए, क्योंकि फाइलें चलती हैं तो सरकार चलती है अगर फाइलें रूकती है तो सरकार के काम में बाधा आती है।


‘मेरे द्वारा भेजी गई शिकायत की जांच डी.एस.पी. स्तर के अधिकारी करेें’
विज ने कहा कि जो शिकायत मैं भेजता हंू उसका निपटान डी.एस.पी. से कम स्तर का अधिकारी जांच न करें, क्योंकि अगर दोबारा शिकायत उसी कर्मचारी के पास चली जाती है तो किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता। उन्होंने कहा कि जिस डी.एस.पी. के क्षेत्र की शिकायत होती है तो उसकी किसी दूसरे क्षेत्र के किसी डी.एस.पी. से जांच करवाई जानी चाहिए। 

Vikash thakur

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